उत्तर प्रदेश राज्य

हाथरस : राम-राम अभिवादन का जवाब न देने पर टीचर मोहम्मद अदनान निलंबित!

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले के एक निजी स्कूल में छात्र के राम-राम अभिवादन का जवाब न देने पर हुए विवाद के बाद टीचर मोहम्मद अदनान को निलंबित कर दिया गया है.

ज़िला प्रशासन ने इस घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है और ज़िला प्रशासन का कहना है कि स्कूल ने संबंधित टीचर मोहम्मद अदनान को निलंबित कर दिया है.

वहीं स्कूल के प्रबंधन ने धर्म के आधार पर छात्रों के साथ भेदभाव के आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया है. हालांकि प्रिंसिपल सलमान किदवई का कहना है कि विवाद के बाद संबंधित टीचर को हटा दिया गया है.

शनिवार को सीमा मंसूर पब्लिक स्कूल के बाहर हिंदूवादी संगठनों ने इकट्ठा होकर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया.

स्कूल के बाहर जय श्री राम के नारे भी लगाये गए. बजरंग दल के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया.

एक हिंदूवादी कार्यकर्ता ने बीबीसी से कहा, “एक बच्चे ने टीचर से राम-राम कहा था, टीचर ने इसका कोई जवाब नहीं दिया और डांट दिया, इसी को लेकर हम विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.”

वहीं हाथरस के एसडीएम सदर रविंद्र कुमार सिंह ने घटना के बारे में बताया, “ प्रकरण के लिए प्रिंसिपल ने माफ़ी मांगी हैं, लिखित में दिया है कि आगे ऐसा कोई भेदभाव नहीं होगा और बच्चे खुले दिल से पढ़ाई करेंगे. बाकी जो भी घटनाक्रम है, उसकी जांच समिति करेगी. ज़िलाधिकारी ने समिति गठित की है, जिसमें ज़िले के बेसिक शिक्षा अधिकारी भी शामिल है. जांच की रिपोर्ट के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. स्कूल प्रबंधन ने संबंधित टीचर को भी हटा दिया है.”

बजरंग दल से जुड़े एक हिंदूवादी कार्यकर्ता ने कहा, “अदनान नाम के एक शिक्षक हैं, जिन्हें भगवान राम का नाम लेने से दिक़्क़त है. हमारी मांग है कि शिक्षक को तुरंत निष्कासित किया जाए और उस पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का मुक़दमा दर्ज किया जाए.”

हिंदूवादी संगठनों ने टीचर के ख़िलाफ़ स्थानीय थाने में मुक़दमा दर्ज करने के लिए शिकायत भी दी है.

वहीं स्कूल के प्रबंधन ने इन आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया है. स्कूल के प्रिंसिपल सलमान किदवई ने कहा, “ये बात एक दम बेबुनियाद है, यहां सभी बच्चों को राम-राम, नमस्ते, गुड मॉर्निंग या सलाम करने की पूरी आज़ादी है. बच्चे तिलक लगाकर भी स्कूल आते हैं.”इस पूरे घटनाक्रम पर टीचर मोहम्मद अदनान ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

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धर्मेंद्र सिंह

बीबीसी के लिए, हाथरस से