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हाजियों को ‘हाईटेक हेल्प’ देने के लिये सऊदी अरब के ‘हज हैकाथॉन’ ने बनाया विश्व रिकॉर्ड

नई दिल्ली: सऊदी अरब में इस बार लगभग दो मिलियन(20 लाख)हाजियों के मक्का पहुंचने की उम्मीद है,उनकी तमाम सुरक्षा सुविधा और मदद करने की ज़िम्मेदारी सऊदी अरब सरकार की है,इसके लिये सरकार ने टेक्नोलॉजी का भी सहारा लिया है।

सऊदी अरब में हज के लिए जायरीनों का आना जारी है. इस बार सरकार ने हाजियों की सुरक्षा और उनकी मदद के लिए खास तैयारियां की हैं, ताकि उन्हें किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े. इसी कड़ी में सालाना हज यात्रा से एक महीने पहले ही जेद्दा शहर में ‘हज हैकाथॉन’ का आयोजन किया गया, जिसमें दुनियाभर से कंप्यूटर प्रोग्रामिंग एक्सपर्ट्स और खासकर महिलाएं भी शामिल हुईं।

इस हैकाथॉन में सऊदी फेडरेशन फॉर साइबर सुरक्षा और प्रोग्रामिंग टीम ने विजेताओं का ऐलान किया. इसमें पांच सऊदी महिलाओं की टीम ‘तुर्जमान’ को पहला इनाम दिया गया. इस टीम ने एक ऐसा एप्लीकेशन डेवलप किया है, जो दुनिया भर के हाजियों के लिए विभिन्न भाषाओं में रोड डायरेक्शन सिग्नल्स और ट्रैफिक रूल्स को ट्रांसलेट करता है।

इस बार हज के लिए दो मिलियन (करीब 20 लाख) जायरीनों के मक्का पहुंचने की उम्मीद है. ऐसे में इनकी सुरक्षा और इनकी मदद के लिए सरकार टेक्नोलॉजी का भी सहारा लेने वाली है।

हज हैकाथॉन में दूसरा इनाम पाने वाली टीम ने एक ‘हज वॉलेट’ के लिए एक ऐप तैयार किया था. इस ऐप के जरिये ‘हज वॉलेट’ से खरीदारी और ट्रांजेक्शन आसानी से की जा सकती है।

‘हज हैकाथॉन’ में दो पाकिस्तानी प्रोफेशनल्स ने भी हिस्सा लिया था. इन्होंने दो पूर्वी एशियाई छात्रों के साथ मिलकर ‘वर्चुअल लीश’ नाम से एक ऐप डेवलप किया था. इस ऐप से खोये हुए व्यक्तियों की लोकेशन ट्रेस की जा सकती है।

वहीं, सऊदी के ही चार कंप्यूटर एक्सपर्ट्स ने एक गारबेज बिन (कचरे का डब्बा) के लिए एक ऐसा सेंसर डिजाइन किया, जो भर जाने के बाद सफाई के लिए सिग्नल देने लगता है. हज यात्रा के मद्देनज़र साफ-सफाई के लिए इस ऐप को काफी मददगार माना जा रहा है।

बता दें कि तीन दिवसीय ‘हज हैकाथॉन’ जेद्दा में 1 से 3 अगस्त तक आयोजित किया गया था, जिसमें 100 से अधिक देशों के सऊदी महिलाओं के साथ-साथ सॉफ्टवेयर डेवलपर्स ने उपस्थिति दर्ज की।