देश

हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली कोच को निलंबित किया गया!

हरियाणा के मंत्री और पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली एक जूनियर एथलेटिक्स कोच को निलंबित कर दिया गया है.

हरियाणा के खेल विभाग के विदेशक यशेंद्र सिंह ने 11 अगस्त को निलंबन का आदेश जारी किया. लेकिन आदेश में कोई कारण नहीं दिया गया है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, निलंबन के कारणों में अनुशासनहीनता और कदाचार के उल्लंघन के आरोप लगाए गए हैं.

आदेश में कहा गया है कि निलंबन के दौरान महिला कोच को हरियाणा सिविल सर्विसेज (जनरल) रूल्स 2016 के अनुसार भत्ता दिया जाएगा.

इस बीच महिला कोच ने आरोप लगाया है कि ‘पिछले कुछ महीनों से उनके ऊपर दबाव बनाया जा रहा था.’

उन्होंने कहा कि अगर उन्हें बर्खास्त भी किया जाता है तो भी वो अपनी लड़ाई जारी रखेंगी.

महिला कोच ने कहा कि इस ग़लत निलंबन के ख़िलाफ़ वो कोर्ट जाएंगी.

जब उनसे पूछा गया कि उन पर कौन दबाव डाल रहा है तो उन्होंने कहा कि मीडिया को सब कुछ पता है, “उन्होंने मुझे निलंबित कर दिया, लेकिन उसके लिए कोई कारण नहीं बताया. मुझ पर कई महीनों से दबाव डाला गया और ये सरकार की ओर से दबाव डालने का एक और तरीका है.”

उन्होंने कहा, “और मैं जानती हूं कि उन्होंने मुझे निलंबित क्यों किया क्योंकि मैं इस मामले में पीछे नहीं हटने जा रही हूं. उन्हें मुझे बर्ख़ास्त करने दीजिए लेकिन मैं अपने अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रखूंगी. मैं कोर्ट से इंसाफ़ की गुहार लगाऊंगी.”

कोच ने कहा कि वो अपना काम बहुत ही अनुशासन और नियमितता से करती रही हैं, “लेकिन मैं किसी की गुलाम नहीं हूं. मैं एक कदम भी पीछे नहीं हटने वाली हूं.”

उन्होंने कहा कि “अगर किसी को निलंबित किया जाता है तो उसे नियमों के अनुसार उसे चेतावनी दी जाती है. इसकी बजाय उन्होंने सीधे निलंबन थमा दिया.”

उन्होंने कहा, “शुक्रवार को मुझे इंतज़ार कराया गया और रजिस्टर में हाजिरी तक लगाने नहीं दी गई. और किसी भी अधिकारी ने ये तक नहीं बताया कि मुझे निलंबित कर दिया गया है. सोमवार की शाम को निलंबन आदेश मेरे घर भेज दिया गया.”

“मैं एक खिलाड़ी हूं. चार महीने तक ट्रैक पर जाने से मुझ पर पाबंदी लगा दी गई. एक खिलाड़ी के लिए इससे बड़ी दुखद बात क्या हो सकती है. खेल विभाग और सरकार द्वारा मेरे बुनियादी अधिकार छीन लिए गए. लेकिन मैं इस लड़ाई को लड़ने में सक्षम हूं. अंत में सत्य की जीत होगी.”

संदीप सिंह इस समय प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी विभाग के राज्य मंत्री है और पहली बार एमएलए बने हैं. वो पूर्व हॉकी कैप्टन हैं.

पिछले साल महिला कोच की शिकायत पर उन के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 354, 354 ए, 354 बी, 342 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था.