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हम ज़ायोनी सरकार की बमबारी का जवाब देंगे और समुद्री और हवाई परिवेष्टन को समाप्त नहीं करेंगे : यमन

 

पार्सटुडे- अमेरिका और ज़ायोनी शासन के युद्धक विमानों ने सोमवार की रात को यमन के पश्चिम में स्थित अलहुदैदा बंदरगाह पर बमबारी की।

यमन पर विदेशियों के अतिक्रमण के जारी रहने के साथ यमनी सूत्रों ने ख़बर दी है कि अमेरिका और ज़ायोनी सरकार के युद्धक विमानों ने संयुक्त रूप से यमन के पश्चिम में स्थित महत्वपूर्ण अलहुदैदा बंदरगाह पर बमबारी की।

पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार इन अपराधों में कम से कम दो आम नागरिक मारे गये जबकि 42 दूसरे घायल हो गये।

यमन के अंसारुल्लाह संगठन के मिडिया विभाग के सहायक ने इस हमले की भर्त्सना करते हुए कहा है कि निश्चितरूप से यमनी इन अपराधों का जवाब देंगे।

नस्रुद्दीन आमिर ने इस संबंध में कहा कि हम ज़ायोनी सरकार की बमबारी का जवाब देंगे और समुद्री और हवाई परिवेष्टन को समाप्त नहीं करेंगे बल्कि ग़ज़ावासियों के समर्थन में अपनी सैनिक कार्यवाहियों को जारी रखेंगे।

अंसारुल्लाह संगठन की राजनीतिक परिषद के सदस्य मोहम्मद अलबुख़ैती ने भी कहा है कि ग़ज़्ज़ा के समर्थन में यमनियों की कार्यवाहियों में वृद्धि होगी यहां तक कि उसकी क़ीमत भारी ही क्यों न चुकानी पड़े।

इसी बीच इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बक़ाई ने सोमवार की रात को अलहुदैदा बंदरगाह और यमन के दूसरे आधारभूत केन्द्रों पर अमेरिका और ज़ायोनी शासन के संयुक्त हमले की भर्त्सना की और उसे अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का ख़ुला उल्लंघन बताया।

लेबनान के हिज़्बुल्लाह और फ़िलिस्तीन के हमास और जेहादे इस्लामी आंदोलनों ने भी अलग- अलग बयान जारी करके यमन पर अमेरिका और ज़ायोनी शासन के संयुक्त हमले की कड़ी भर्त्सना की है।

लेबनान के इस्लामी आंदोलन हिज़्बुल्लाह ने एक बयान जारी करके यमन के शूरवीर और साहसी नेतृत्व की प्रशंसा की और यमनी राष्ट्र से अपनी पूरी एकजुटता की घोषणा और दुनिया की समस्त आज़ाद सरकार और जागरुक लोगों का आह्वान किया कि इन हमलों की भर्त्सना करें और अरब और इस्लामी जगत का आह्वान किया कि वे अमेरिका और ज़ायोनी सरकार की बेतुकी और अतिक्रमणकारी कार्यवाहियों के मुक़ाबले में तुरंत क़दम उठायें।

फ़िलिस्तीन के इस्लामी आंदोलन हमास ने भी एक बयान जारी करके एलान किया है कि ज़ायोनी शासन ने यमन पर जो हमला किया है उसका लक्ष्य अपनी ख़राब हुई छवि को सुधारना है।

फ़िलिस्तीन के जेहादे इस्लामी आंदोलन ने भी एक बयान जारी करके सोमवार की रात को यमन की अलहुदैदा बंदरगाह पर हमले को उस पीड़ा दायक थप्पड़ का चिन्ह बताया जिसे ज़ायोनियों ने यमनी राष्ट्र से खाया है।

ज़ायोनी सरकार के टीवी चैनल 12 की रिपोर्ट भी इस बात की सूचक है कि ज़ायोनी सरकार के युद्धक विमानों ने सोमवार की रात को यमनी जनता पर 48 बम गिराये।

ज़ायोनी समाचार पत्र Israel Today ने भी इस्राईल के एक सुरक्षा सूत्र के हवाले से एलान किया है कि अमेरिकी हमले के अलावा 30 युद्धक विमानों ने यमन की हुदैदा बंदरगाह पर हमला किया। इस ज़ायोनी संचार माध्यम के अनुसार यह हमला आठ चरणों में अंजाम दिया गया।

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