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हम एक थकाऊ युद्ध के जाल में फंस गए हैं : इस्राईली शासन के सैन्य विश्लेषक

पार्स टुडे- “हज़ी नेहामा” इस्राईली शासन की एक सैन्य विश्लेषक ने ज़ोर देकर कहा है कि ग़ाज़ा में सैन्य अभियानों की तीव्रता ने इस शासन को एक थकाऊ युद्ध में फंसा दिया है।

पार्स टुडे की रिपोर्ट के अनुसार “हज़ी नेहामा” ने रविवार को एक रिपोर्ट में ग़ाज़ा में चल रहे “गिदओन की बग्घियाँ” (Operation Gideon’s Chariots) नामक सैन्य अभियान की समीक्षा करते हुए कहा:

ऐसा प्रतीत नहीं होता कि यह सैन्य योजना “गिदओन की बग्घियाँ” हमास की हार और हमारे निर्णायक विजय का कारण बन सकेगी।

उन्होंने आगे कहा कि यह योजना इस्राईली सुरक्षा सिद्धांत के एक मूल तत्व तेज़ निर्णय लेने की कोशिश से वंचित है।

इस महत्वपूर्ण तत्व की अनुपस्थिति चिंताओं को जन्म देती है कि अंततः यह योजना न तो इस्राईल की जीत और न ही हमास की हार का कारण बन पाएगी।

प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा योजना के तहत, इस्राईली शासन की सेना कुछ ऐसे क्षेत्र स्थापित करेगी जहां मानवीय सहायता का वितरण किया जाएगा। इन केंद्रों पर परिवारों के प्रतिनिधि जाएंगे और अपने परिवार के लिए आने वाले एक सप्ताह की आवश्यक वस्तुओं और मूलभूत सामग्री का कोटा प्राप्त करेंगे।

खाद्य सामग्री लेने के बाद वे लोग अपने मूल क्षेत्रों में लौट जाएंगे।

हालांकि, कोई भी व्यक्ति जो सामान्य समझ-बूझ रखता है यह स्पष्ट रूप से समझ सकता है कि इस चरण में हमास हस्तक्षेप करेगा।

नेहामा ने कहा: वास्तव में, हमास मानवीय सहायता और जनसंख्या पर नियंत्रण बनाए रखेगा।

ऐसे हालात में, सैन्य अभियानों को तेज़ करना और मानवीय सहायता केंद्र स्थापित करना ग़ाज़ा की समस्या को हल करने और हमास को हराने के लिए पर्याप्त नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा: बहुत से लोग जानते हैं कि हमास की असली ताक़त और प्रभाव का केंद्र यह है कि वह नागरिक आबादी और ग़ाज़ा के आम लोगों के बीच गहराई से जुड़ा हुआ है और वहीं से वह काम करता है। इसलिए अगर हमास को हराना है, तो लोगों और हमास के बीच एक स्पष्ट अंतर और अलगाव बनाना होगा।”

इस्राईली शासन के एक रिज़र्व कर्नल ने चेतावनी दी है कि यदि इस्राईल अपने वर्तमान तरीक़े पर चलता रहा और ग़ाज़ा में युद्ध का दायरा बढ़ाया, तो वह न केवल स्वयं को एक थकाऊ और अंतहीन युद्ध में फंसा देगा, बल्कि न तो हमास को पराजित कर सकेगा और न ही इस्राईली बंधकों को मुक्त करा पाएगा।

उन्होंने आगे कहा कि राजनीतिक नेतृत्व को यह समझना चाहिए कि हमास को हराने के लिए वर्तमान में रिज़र्व बलों का उपयोग यदि बुद्धिमानी से नहीं किया गया, तो यह इस्राईल के लिए आख़िरी घातक वार साबित हो सकता है। इसलिए इन बलों का विवेकपूर्ण उपयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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