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हमास के साथ लड़ाई में ज़ायोनी शासन के 87,000 सैनिक घायल हुए हैं : रिपोर्ट

इज़रायली सेना के एक सेवानिवृत्त जनरल ने स्वीकार किया है कि ज़ायोनी सेना फ़िलिस्तीनी इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन, हमास को हराने में असमर्थ है।

हमास के ख़िलाफ़ इज़रायली सेना की लाचारी को स्वीकार करते हुए यित्ज़ाक बराक ने चेतावनी दी कि युद्ध का कोई भी नया दौर क़ैदियों के जीवन को ख़तरे में डाल सकता है और हताहत होने वाले इज़रायली सैनिकों की संख्या में वृद्धि कर सकता है। शुक्रवार को पूर्व इज़रायली सैन्य अधिकारी ने कहाः सबसे बड़ा आश्चर्य यह है कि नई सेना कमान इज़रायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री यिसराइल काट्ज़ के जाल में फंस गई है।

ज़ायोनी शासन ने फ़िलिस्तीनियों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की

फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध के सामने इज़रायल द्वारा हार स्वीकार करना कहानी का एक रूख़ है, दूसरा रुख़ यह है कि ज़ायोनी शासन ने फ़िलिस्तीनियों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की है। मेहर समाचार एजेंसी के अनुसार, ज़ायोनी समाचार पत्र हारेत्ज़ ने पिछले सप्ताह एक रिपोर्ट में लिखा था कि अंतर्राष्ट्रीय दबाव में इज़रायली पुलिस ने, ग़ज़ा के नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की जांच शुरू कर दी है। इस रिपोर्ट के अनुसार, रेड क्रॉस की जांच ने ग़ज़ा के 9 नागरिकों की शहादत की ख़बर की प्रामाणिकता की पुष्टि की है, क्योंकि ज़ायोनियों ने उन्हें मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया था। जांच में कहा गया है कि जब एक फ़िलिस्तीनी नागरिक ने इज़राइली सैनिकों के एक इमारत में प्रवेश के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया, जहां इज़रायली सैनिकों को बम होने का शक था, इस ज़ायोनीवादी ने उन्हें पीठ में गोली मार दी और वे घायल हो गए।

हमास के विरुद्ध वाशिंगटन और तेल अवीव की धमकियां अप्रभावी होने की स्वीकारोक्ति

एक ज़ायोनी मीडिया आउटलेट का कहना कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प और इज़रायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, हमास के ख़िलाफ़ अपनी योजनाओं को पूरा करने में असमर्थ रहे हैं। आई-24 नेटवर्क ने एक रिपोर्ट में उल्लेख किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने हमास को ग़ज़ा में नरक के द्वार खोलने की धमकी दी थी और इज़राइल ने प्रतिरोध संगठन के ख़िलाफ़ एक नया युद्ध शुरू करने की धमकी दी थी, लेकिन अंत में, अमेरिका ने समूह के साथ बातचीत करने के लिए एक प्रतिनिधि भेजा और इसका परिणाम यह हुआ कि ट्रम्प और नेतन्याहू अपनी धमकियों को पूरा करने में असमर्थ रहे।

नाहिल ओज़ में सिनवार के सैनिकों से ज़ायोनी गोलानी ब्रिगेड की हार की स्वीकारोक्ति

वाल्ला वेबसाइट के एक सैन्य विश्लेषक अमीर बोख़बूत ने कहा है कि नाहिल ओज़ सैन्य अड्डे की अंधेरी तस्वीर से पता चलता है कि बड़ी संख्या में सैन्य बलों की उपस्थिति, जिनकी संख्या 90 लोगों तक थी, जिनमें से अधिकांश गोलानी ब्रिगेड से थे, रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं थे और लगभग 15 मिनट के बाद ही उन्होंने मैदान छोड़ दिया। अमीर ने कहाः हमास के लड़ाके इस लड़ाई में निर्णायक जीत हासिल करने में सक्षम रहे। एक सैन्य जांच के परिणाम बताते हैं कि इज़रायली सेना 7 अक्टूबर 2023 को ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म के दौरान नाहिल ओज़ बेस की रक्षा करने में विफल रही, और इस विफलता के कारण दर्जनों ज़ायोनी सैनिकों की मौत हो गई और कई ज़ायोनी सैनिक पकड़ लिए गए।

87,000 इज़रायली सैनिकों के घायल होने और उनके अंग काटे जाने की स्वीकारोक्ति

इज़रायली युद्ध मंत्रालय ने भी 7 अक्टूबर 2023 के युद्ध के बाद पहली बार स्वीकार किया कि इस्लामी प्रतिरोध के साथ लड़ाई में ज़ायोनी शासन के 87,000 सैनिक घायल हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इज़रायली सेना में घायल और अंग-भंग हुए सैनिकों में से आधे 30 वर्ष से कम उम्र के हैं।

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