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हमास के डिप्टी प्रमुख सालेह अल-अरुरी की मौत, इस्माइल हानिया बोले?

इसराइल-ग़ज़ा जंग: बेरूत में धमाके में हमास के उपप्रमुख सालेह अल-अरुरी की मौत

रफी बर्ग और ग्राएमी बेकर
पदनाम,बीबीसी संवाददाता
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लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए एक हमले में हमास के उप प्रमुख की मौत के बाद लेबनान ने कहा है कि वो इस मौत के लिए ज़िम्मेदार लोगों को “सज़ा” देगा.

जवाब में इसराइल ने कहा है कि हमले में हमास के उप प्रमुख की मौत लेबनान पर हमला नहीं था.

इसराइल के एक प्रवक्ता ने कहा है कि “हमास के नेतृत्व के ख़िलाफ़ की गई एक सर्जिकल स्ट्राइक” में सालेह अल-अरुरी की मौत हो गई है.

हमास ने इस हमले की कड़ी आलोचना की है. वहीं उसके क़रीबी माने जाने वाले हिज़्बुल्लाह ने इसे लेबनान की संप्रभुता पर हमला क़रार दिया है.

इस बीच लेबनान के प्रधानमंत्री ने इसराइल पर आरोप लगाया है कि वो “इस जंग में…. लेबनान को भी खींच रहा है.”

लेबनान के मीडिया में आ रही रिपोर्टों के अनुसार, हमास के डिप्टी प्रमुख सालेह अल-अरुरी की मौत बेरुत के दक्षिण में हुए एक ड्रोन हमले में हुई.

अरुरी के अलावा इस हमले में छह और लोगों की मौत की ख़बर है, इनमें से दो हमास के सैन्य कमांडर थे जबकि चार अन्य हमास के सदस्य थे.

अरुरी हमास की सशस्त्र कासम ब्रिगेड से जुड़े एक अहम नेता तो थे ही बल्कि उन्हें हमास प्रमुख इस्माइल हानिया का भी क़रीबी सहयोगी माना जाता है.

हिज़्बुल्लाह और हमास के बीच संबंध बनाए रखने के लिए वो लेबनान में थे.

इसराइली सरकार के एक प्रवक्ता मार्क रेगेव ने लगभग ये पुष्टि कर ही दी थी कि इस हत्या में इसराइल का हाथ है, लेकिन उन्होंने इसराइली अधिकारियों के जाने-पहचाने औपचारिक अंदाज़ में टीवी चैनल एमएसएनबीसी से कहा, “इस घटना को जिसने भी अंजाम दिया है, ये स्पष्ट होना चाहिए कि ये लेबनान सरकार पर किसी तरह का कोई हमला नहीं था.”

“ये किसी तरह से आतंकवादी संगठन हिज़्बुल्लाह पर भी हमला नहीं था.”

“जिसने भी ये किया, उसने हमास के नेतृत्व के ख़िलाफ़ सर्जिकल स्ट्राइक किया. जिसने ये किया उसे हमास से शिकायत थी. ये एकदम स्पष्ट है.”

सात अक्तूबर को इसराइल पर हुए हमले के बाद की जवाबी कार्रवाई में मारे गए हमास के लोगों में 57 साल के सालेह अल-अरुरी इस संगठन के सबसे बड़े नेता थे.

पिछले साल सात अक्तूबर को गज़ा पट्टी से हमास ने इसराइल पर हमला बोल दिया था. संगठन के लड़ाके इसराइली सीमा में घुस आए थे और उन्होंने यहाँ कई गाँवों पर हमला किया था.

इस हमले में क़रीब 1200 आम इसराइलियों की मौत हुई. हमास के लड़ाके अपने साथ क़रीब 240 लोगों को बंधक बनाकर ले गए.

इसके बाद इसराइल ने जवाबी कार्रवाई शुरू की और कहा कि जब तक वो हमास को जड़ से ख़त्म नहीं करेगा, ये जंग ख़त्म नहीं होगी.

हमास के नियंत्रण वाले स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, तब से लेकर अब तक इस जंग में 22,000 से अधिक फ़लस्तीनियों की मौत हुई है, जिनमें बड़ी संख्या में बच्चे और औरतें शामिल हैं.

इसराइल-ग़ज़ा जंग के दौरान लेबनान से सटी इसराइल की सीमा के पास से हिज़बुल्लाह ने इसराइली सेना पर कई रॉकेट दागे हैं

इस्माइल हानिया क्या बोले?

लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा है कि सालेह अल-अरुरी की मौत इसराइल के एक ड्रोन हमले में हुई. ये हमला बेरुत के दक्षिण में बसे इलाक़े दाहिअ में हमास के एक दफ्तर पर हुआ.

एक प्रत्यक्षदर्शी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि उन्हें एक ऊंची इमारत की तीसरी मंजिल पर एक बड़ा छेद दिखा, इमारत के आसपास बड़ी संख्या में अग्निशमन कर्मचारी और स्वास्थ्यकर्मी इकट्ठा हो गए थे.

सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि एक कार में आग लगी हुई है और एक व्यस्त रिहायशी इलाक़े में इमारतों को व्यापक नुक़सान हुआ है.

दाहिअ को लेबनान में हिज़्बुल्लाह का गढ़ माना जाता है.

हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हानिया ने इस हमले को “कायराना…. आतंकी कार्रवाई, लेबनान की संप्रभुता पर हमला और अपनी आक्रामकता के दायरे को बढ़ाने की कोशिश” क़रार दिया है.

हिज़्बुल्लाह ने कहा है कि अरूरी की मौत को वो “लेबनान, उसके लोगों, उसकी सुरक्षा, उसकी संप्रभुता और उसके प्रतिरोध के ख़िलाफ़ गंभीर हमला मानता है, ये बेहद प्रतीकात्मक है और इसके राजनीतिक और सुरक्षा संबंधी संदेश हैं.”

संगठन का कहना है कि “जंग के मैदान में ये एक बेहद गंभीर घटना है और हिज़्बुल्लाह इस बात क पुष्टि करना चाहता है कि इस अपराध को बिना जवाब और बिना सज़ा के माफ़ नहीं किया जाएगा.”

“हमारे हाथ ट्रिगर पर हैं और बचाव की हमारी तत्परता और तैयारी अपने उच्चतम स्तर पर हैं.”

वहीं लेबनान में हिज़्बुल्लाह और ग़ज़ा में हमास का समर्थन करने वाले ईरान ने कहा है कि अरुरी की हत्या से “बिना शक़ प्रतिरोध की एक और लहर शुरू होगी.”

मंगलवार शाम इसराइली रक्षा कैबिनेट की एक बैठक होनी थी, जिसमें युद्ध के बाद ग़ज़ा को लेकर एक योजना पेश की जानी थी, लेकिन इस बैठक को रद्द कर दिया गया.

इसराइली बिन्यामिन नेतन्याहू ने पहले भी कहा था कि हमास के नेता जहाँ कहीं हों, उन्हें इसराइल पूरी तरह ख़त्म करेगा.

इसराइली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वेस्ट बैंक में अरुरी को हमास की सैन्य शाखा के अगले प्रमुख के तौर पर देखा जा रहा था.

माना जा रहा है कि 2014 में कब्ज़े वाले वेस्ट बैंक में तीन युवाओं को अगवा करने और उनकी हत्या करने में उनका हाथ था. रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ हमलों के मामले में वो इसराइली जेल की सज़ा भी काट चुके हैं.

टाइम्स ऑफ़ इसराइल का कहना है कि वो हमास के उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हैं, क़रीबी संबंध ईरान और हिज़बुल्लाह के साथ थे.

इसी साल 27 अक्तूबर को इसराइली सेना ने वेस्ट बैंक में रामल्लाह के नज़दीक अरुरा शहर में अरूरी के घर को ध्वस्त कर दिया था.