नई दिल्ली: राजस्थान के पाली जिला स्थित जैतारण कस्बे में हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान दंगा भड़क गया। जुलूस निकलते समय एक समुदाय विशेष के लोगों ने इसका विरोध किया।
बात इतनी बढ़ गई कि दोनों ओर से तलवारें खिंच गईं, पत्थर बरसाए गए और दंगाइयों ने एक निजी बस, दो-तीन जीपों सहित दुकानों तक में आग लगा डाली। जैतारण में कर्फ्यू जैसे हालात हैं।
जानकारी के अनुसार हनुमान जयंती के अवसर पर झांकियों सहित बड़ा जुलूस निकाला जा रहा था। जब एक समाज विषेश का धार्मिक स्थल आया, तो मौके पर बात बिगड़ गई। बस स्टैंड के पास दंगा अधिक भड़का यहां चाय की थड़ी और ठेलों तक को लोगों ने आग के हवाले कर दिया। अतिरक्त पुलिस बल बुलाकर भीड़ पर काबू पाया गया।
प्राप्त समाचार अनुसार राजस्थान में हनुमान जयंती के दिन (31 मार्च, 2018) धार्मिक जुलूस पर अल्पसंख्यक बहुल इलाके में पथराव करने का मामला सामने आया है। एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक दो समुदायों के बीच तब तनाव पैदा हो गया जब राजधानी जयपुर से करीब 250 किमी दूर जैतारण में धार्मिक जुलूस पर पथराव किया गया। किसी भी अप्रिय स्थिति को देखते हुए शहर में लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इंटरनेट सेवाएं भी अगले आदेश तक बंद कर दी गई हैं।
शुरुआती जानकारी के अनुसार विवाद तब पैदा हुआ जब हनुमान जयंती का जुलूस अल्पसंख्यक बहुल इलाका से गुजरा। इस दौरान कथित तौर जुलूस पर पथराव किया गया। एक अन्य पुलिस अधिकारी एनआरके रेड्डी ने एनडीटीवी को बताया कि घटना के बाद भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए और पुलिस फोर्स का इस्तेमाल किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस की इस कार्रवाई से गुस्साई भीड़ ने बाद में एक बस और ट्रैक्टर सहित आधा दर्जन वाहनों को आग के हवाले कर दिया। अधिकारी ने आगे बताया कि सीनियर पुलिस अधिकारी (क्षेत्र के आईजीपी) हवा सिंह के नेतृत्व में सुरक्षा दस्ता घटना स्थल पर पहुंच चुका है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।