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इस्लाम ने अपने अनुयाइयों को किसी भी मनुष्य की हत्या से रोका है, हत्यारे का पहला दंड नरक है!
इस्लामी शिक्षाओं मे मनुष्य को बहुत महत्व दिया गया है। लोगों के जीवन की सुरक्षा को विशेष महत्व प्राप्त है। इस्लाम किसी भी स्थिति में हत्या को वैध नहीं ठहराता। इस्लाम हत्या को बहुत ही बुरा काम समझता है और इसकी बहुत निंदा की गई है विशेषकर निर्दोषों की हत्या को पूरी मानवता की हत्या […]
तौहीद और शिर्क : शिर्क किया तो यक़ीनन तुम्हारे सारे अमल अकारत हो जाएँगे और तुम तो ज़रूर घाटे में आ जाओगे : पार्ट-2
وَسِيقَ الَّذِينَ كَفَرُوا إِلَى جَهَنَّمَ زُمَرًا حَتَّى إِذَا جَاءُوهَا فُتِحَتْ أَبْوَابُهَا وَقَالَ لَهُمْ خَزَنَتُهَا أَلَمْ يَأْتِكُمْ رُسُلٌ مِنْكُمْ يَتْلُونَ عَلَيْكُمْ آَيَاتِ رَبِّكُمْ وَيُنْذِرُونَكُمْ لِقَاءَ يَوْمِكُمْ هَذَا قَالُوا بَلَى وَلَكِنْ حَقَّتْ كَلِمَةُ الْعَذَابِ عَلَى الْكَافِرِينَ (71) قِيلَ ادْخُلُوا أَبْوَابَ جَهَنَّمَ خَالِدِينَ فِيهَا فَبِئْسَ مَثْوَى الْمُتَكَبِّرِينَ (72) इन आयतों का अनुवाद हैः और जो लोग काफिर थे […]
पवित्र क़ुरआन पार्ट-18 : यह जीवन एक ही झटके में नहीं हुआ बल्कि छः लम्बे चरणों की प्रक्रिया से गुज़रने के बाद ऐसा हुआ!
वह वही है कि जिसने आसमानों और ज़मीन को छः दिन में बनाया और उसका अर्श (प्रभुत्व) पानी पर था, ताकि तुम्हें परखे कि तुम में से कौन सबसे अधिक भलाई करने वाला है। वह वही है कि जिसने आसमानों और ज़मीन को छः दिन में बनाया और उसका अर्श (प्रभुत्व) पानी पर था, ताकि […]