धर्म

#हजरत_अबू_बक्र (र.अ) का #मुख़्तसर_तारुफ़ : #SiratunNabiSeries Part -2

मोहम्मद सलीम
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#हजरत_अबू_बक्र (र.अ) का #मुख़्तसर_तारुफ़
#SiratunNabiSeries Post-2
अबू बक्र निहायत खूबसूरत थे। खूबसूरती की वजह से आपका लकब अतीक पड़ गया था। आप क़बीला बनू तमीम में से थे। खून बहा और तावान का फ़ैसला करने के लिए आप हाकिम बनाये जाया करते थे। आप का फैसला तमाम कबीलों को बे चुन व चरा मानना पड़ता था। आप बहुत अमीर थे।
मिस्र व शाम को तिजारत की गरज से जाया करते थे। तमाम कबीलों में आप का असर व रसूख था। छठी पीढ़ी में आप का खानदान हजूर सल्ल० के खानदान से मिल जाता है।
उस्मान बिन अफ्फान आप के दामाद थे। हजरत उस्मान की नानी हजूर सल्ल० के वालिद हजरत अब्दुल्लाह की सगी बहन थीं, जो हजरत अब्दुल्लाह के साथ जुड़वाँ पैदा हुई थीं। इस तरह हजरत उस्मान हुजूर सल्ल० की फूफीजाद बहन के बेटे थे। निहायत मालदार, बड़े सखी, बड़े शर्मीले थे।
आप से भी हुजूर सल्ल० के खास ताल्लुकात थे। इनके अलावा अबू सुफ़ियान, खालिद, अबू जहल, सुहेब वगैरह से भी ताल्लुकात थे। हर कबीला, कबीले का हर आदमी आप को इजत की नजरों से देखता था।
अक्सर लोग आपसी लड़ाई के वक्त आप को हकम करार देते थे, आप के फैसले को मानते थे, लेकिन जब से आप हिरा की गुफा में ज्यादा वक्त लगाने लगे थे, उस वक्त से आप ने लोगों से मिलना-जुलना छोड़ दिया था और जब से आप पर वह्य आनी शुरू हुई, तो आप चुपचाप रहने लगे लगे थे।
Source:
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज