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स्पेन के विदेशमंत्री ने कहा-”कहीं दूसरा अफ़ग़ानिस्तान न बन जाए यूक्रेन”, रूस ने रद्द किया स्पेन का बयान!

स्पेन के विदेशमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यूक्रेन, दूसरा अफ़ग़ानिस्तान न बनने पाए।

यूक्रेन संकट की वर्तमान स्थति को देखते हुए स्पेन के विदेशमंत्री José Manuel Albares कहते हैं कि मुझको इस बात का डर है कि कहीं यूक्रेन, दूसरे अफ़ग़ानिस्तान में परिवर्तित न हो जाए।

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्रसंघ के घोषणापत्र के आधार पर स्पेन, यूक्रेन में शांति एवं स्थिरता को स्थापित करने के उद्देश्य से हर काम करने के लिए तैयार है। स्पेन के विदेशमंत्री ने यूक्रेन संकट के समाधान के लिए ब्राज़ील के प्रस्ताव के संबन्ध में कहा कि उनका देश इसकी समीक्षा करेगा।

कुछ समय पहले ब्राज़ील के राष्ट्रपति लूला डासिल्वा ने यूक्रेन संकट के समाधान के लिए मध्यस्थता की पेशकश करते हुए कहा था कि अन्तर्राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में यूक्रेन में शांति की स्थापना के लिए प्रयास किये जाने चाहिए।

हालांकि कई पक्षों की ओर से अबतक यूक्रेन संकट के समाधान के लिए मध्यस्थता की बात कही जा चुकी है किंतु रूस के अनुसार यूक्रेन के लिए हथियारों की सप्लाई के कारण यह संकट अधिक जटिल होता जा रहा है जिसके अप्रत्याशित परिणाम सामने आएंगे।

विशेष बात यह है कि यूक्रेन संकट के समाधान के लिए स्पेन के विदेशमंत्री José Manuel Albares की ओर से मध्यस्था की बात एसे समय में सामने आई है कि जब स्पेन के एक समाचारपत्र “अलपाइस” ने अपने संस्करण में लिखा है कि यह देश, जर्मनी निर्मित “Leopard 2A7” नामक 4 से 6 टैंक, यूक्रेन भेजने जा रहा है।

रूस ने रद्द किया जोसेफ बोरेल का बयान

यूरोपीय संघ के विदेशी नीति के प्रभारी के बयान को रूस ने सिरे से ख़ारिज कर दिया है।

जोसेफ बोरेल का कहना है कि यूक्रेन के साथ वार्ता करने के लिए रूस को कोई रुचि ही नहीं है।

यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रभारी के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया मे रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि रूस कई बार बिना किसी शर्त के यूक्रेन से वार्ता की पेशकश कर चुका है।मारिया ज़ाख़ारोवा के अनुसार रूस हमेशा से वार्ता के माध्यम से यूक्रेन संकट के समाधान का पक्षधर रहा है किंतु यूक्रेन ने हर बार विदेशियों के आदेश का पालन करते हुए इसका विरोध किया है।

याद रहे कि रूसी फेडरेशन के सचिव ने अभी हाल ही में कहा था कि उनका देश यूक्रेन के मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार है जबकि यूक्रेन की ओर से इस बारे में कोई उत्साह देखने को नहीं मिला। पिछले साल फरवरी में जबसे यूक्रेन संकट आरंभ हुआ है इसको समाप्त कराने के लिए कुछ देशों के नेताओं ने भी मध्यस्थता की बात कही है। हालांकि रूस का यही आरोप रहा है कि हम को इस बारे में वार्ता के लिए तैयार हैं लेकिन यूक्रेन की ओर से कभी कोई सकारात्मक उत्तर नहीं मिला।