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अतीत की भांति भविष्य का भी यही हाल तय है और तब यह भी तय है कि तब हम इसी तरह रोते-पीटते कलपते रह जाने वाले हैं
via Shikha Singh ============= · राजीव थेपडा जी की वाॅल से *अगर आपका इस पोस्ट को सच्चे मन से पढ़ने का दिल चाहे !!* —————————————————- *समाज का एक तबका उद्विग्न है,स्त्री के प्रति जघन्य अपराध बढ़ते ही जा रहें हैं,लोग सरकारों को कोस रहे हैं,धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं और हर अगले दिन कई स्थानों पर […]
आँसुओं को पोछ लेने के बाद का विषाद….आपकी मधु….
Madhu ============ ये हँसी है एग्जाम के आखरी दिन की🥰 । पेपर कैसे भी बने हो , खत्म तो हो गए न भई ?जब रिजल्ट आएगा तब देखी जाएगी कि खुश होंगे या दुःखी । बार बार एडिट करते हुए उपन्यास द्विवेदी विला का दसवाँ ड्राफ्ट चेक किया , फाइनल करके फाइल बंद की और […]
तू राम का नाम लेने के बाद बाद रेहड़ी को फलों से भरकर छोड़ कर आजा बस….!!!!
वाया : Lokesh Kumar Singh =============== कल बाज़ार में फल खरीदने गया, तो देखा कि एक फल की रेहड़ी की छत से एक छोटा सा बोर्ड लटक रहा था, उस पर मोटे अक्षरों से लिखा हुआ था… “घर मे कोई नहीं है, मेरी बूढ़ी माँ बीमार है, मुझे थोड़ी थोड़ी देर में उन्हें खाना, दवा […]