सेहत

सेक्शुअल एनर्जी और ताक़त चाहिए तो वायग्रा छोड़ो, अनार खाओ…!!!!

Ms Ayurveda
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वायग्रा की नीली गोली को लोग सेक्स ड्राइव बढ़ाने वाली दवा के तौर पर जानते हैं। लेकिन, वैज्ञानिकों का मानना है कि एक ग्लास अनार का जूस भी वही काम करता है जो कि कोई वायग्रा… आपको करना केवल यह है कि आप रोज एक ग्लास अनार का जूस अपनी डाइट में शामिल करें।

वैज्ञानिकों ने यह पाया कि जो महिलाएं और पुरुष 15 दिनों तक एक ग्लास अनार का जूस रोज पी रहे थे, उनके सेक्स हॉरमोन टेस्टोस्टेरोन में काफी अच्छी बढ़ोतरी हुई। दरअसल, वैज्ञानिकों ने 58 लोगों पर यह अध्ययन किया। इस स्टडी में शामिल लोगों की उम्र 21 से 64 के बीच थी। उन सबने जब 15 दिनों तक लगातार अनार का जूस पिया तो पाया कि उनकी सेक्स ड्राइव काफी बढ़ गई थी। दो हफ्ते के इस प्रयोग के बाद ही पाया गया कि चाहे स्त्री हों या पुरुष, दोनों के सेक्स ड्राइव में बढो़तरी करता है अनार का जूस।

यह रिसर्च एडिनबर्ग की क्वीन मार्गरेट यूनिवर्सिटी में हुई। यहां साइंटिस्ट्स की एक टीम ने अनार का जूस पीने के बाद लोगों के टेस्टोस्टेरोन और ब्लड प्रेशर में बदलाव को नोट किया गया।

स्टडी में यह सामने आया कि लोगों के टेस्टोस्टेरोन लेवल में 16 से 30 परसेंट तक की वृद्धि हो गई थी। जबकि, ब्लड प्रेशर कम हो गया था। स्टडी के बाद वैज्ञानिकों ने पाया कि अनार का जूस पॉजिटिव भावनाओं में बढ़ोतरी करता है जबकि नेगेटिव भावनाओं में कमी करता है।

मर्दों के मामले जो खास तरह के बदलाव देखे गए वह यह थे कि उनके चेहरे के बाल बढ़ गए थे और आवाज भारी हो गई थी। साथ ही, उनकी सेक्स ड्राइव पहले से ज्यादा हो गई थी।

टेस्टोस्टेरोन हॉरमोन महिलाओं में भी पाया जाता है। यह अड्रीनल ग्लैन्ड यानी अधिवृक्क ग्रंथि और ओवरीज़ में पाया जाता है। यह महिलाओं की सेक्शुअल इच्छाओं को तो नियंत्रित करता ही है बल्कि महिलाओं की बोन्स और मसल्स को भी मजबूती प्रदार करता है।

स्टडी में कहा गया है कि टेस्टोस्टेरोन व्यक्ति के मूड को बढ़िया करने और याददाश्त को बेहतर बनाने के काम तो आता ही है, यह स्ट्रेस से मुक्ति में भी सहायक है। यदि आपको स्टेज पर जाने से डर लगता है या फिर आपको किसी खेल मैच से पहले नर्वसनेस होती है तो जाहिर तौर पर अनार का जूस आपके लिए लाभकारी होगा।

वैसे ये तो आपको पता ही होगा न कि अनार पेट के बिगड़ने और आंखों की तकलीफ जैसे कंजंक्टिवाइटिस के इलाज में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अनार ऐंटि-बैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता रहा है।

इससे 18 महीने पहले हुई स्टडी में पाया गया था कि अनार के जूस से हाई ब्लड प्रेशर में कमी हुई। वैसे एक समय में अनार को सुपरफूड तक कहा जाने लगा था क्योंकि इसमें ऐंटिऑक्सिडेंट काफी मात्रा में पाया जाता है। इस गुण के चलते यह हार्ट और कैंसर संबंधी बीमारियों में फायदेमंद होता है।


मिडिल एज्ड महिलाएं सेक्स लाइफ से ज्यादा संतुष्ट

एक सर्वे के मुताबिक समय बीतने के साथ मिडिल एज्ड महिलाएं अपनी सेक्स लाइफ से ज्यादा संतुष्ट होती हैं. हालांकि महिलाएं स्वीकार करती हैं कि समय के साथ सेक्स कम होता जाता है और उन्हें बेडरूम में पार्टनर के साथ कुछ दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है|

वहीं मिडिल एज्ड पुरुष समय बीतने के साथ सेक्स लाइफ से कम संतुष्ट होते जाते हैं. 1000 हेट्रोसेक्सुअल कपल्स पर एक सर्वे किया गया जिसमें पाया गया कि करीब एक चौथाई शादीशुदा या लिवइन में रहने वाली 50 से 79 बीच की उम्र की महिलाएं अपनी सेक्स लाइफ से संतुष्ट होती हैं जबकि एक चौथाई के आधे इसी उम्र के पुरुष अपनी सेक्स लाइफ से संतुष्ट होते हैं|

वहीं 50 से 59 उम्र के बीच के करीब 16 प्रतिशत पुरुष अपनी सेक्स लाइफ से काफी असंतुष्ट होते हैं. वहीं इसी उम्र की महज 10 प्रतिशत महिलाएं अपनी सेक्स लाइफ से असंतुष्ट रहती हैं. मिडिल एज्ड महिलाएं आमतौर पर कम सेक्स होने पर भी संतुष्ट रहती हैं|

पुरुषों के लिए कंडोम खरीद रही हैं महिलाएं : सर्वे

पुरुष भले ही यह दावा करें कि वे हर मामले में लड़कियों से आगे हैं, लेकिन जब कंडोम खरीदने की बात आती है तो वे शर्माने लगते हैं. यहां तक दिल्‍ली जैसे शहरों में भी पुरुषों का यही हाल है. ऐसे में अब ज्‍यादा से ज्‍यादा महिलाएं सुरक्षित सेक्‍स की खातिर कंडोम खरीदने लगी हैं|

जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट की ओर से करवाए गए सर्वे के मुताबिक दिल्‍ली के पुरुषों में कंडोम के इस्‍तेमाल और इसके बारे में जागरूकता की काफी कमी है. इस सर्वे में 2000 लोग शामिल हुए, जिसमें से ज्‍यादातर महिलाओं ने कहा कि उनके पार्टनर कंडोम खरीदने में शर्माते हैं|

डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट के हेड एन रविचंद्रन के मुताबिक, ‘महिलाएं कंडोम खरीदने के प्रति जागरुक हो रही हैं क्‍योंकि उनके पार्टनर कंडोम खरीदना नहीं चाहते. हमने अपने अध्‍ययन में पाया कि 62 फीसदी कपल कंडोम का इस्‍तेमाल करते हैं. साथ ही 54 फीसदी महिलाओं ने यह स्‍वीकार किया कि उन्‍होंने कम से कम एक बार बिना कंडोम के संबंध बनाए हैं क्‍योंकि उनके पार्टनर को इसे खरीदने में शर्म महसूस होती है.’

सर्वे में शामिल एक हाउसवाइफ स्मिता राजन ने बताया कि वे अक्‍सर अपने पति के लिए कंडोम खरीदती रहती हैं. उन्‍होंने कहा, ‘हमारी शादी को अभी सिर्फ 8 महीने ही हुए हैं. मेरे पति एक कॉल सेंटर में काम करते हैं और हमारे बीच अक्‍सर दिन में संबंध बनता है. वो कहते हैं कि उन्‍हें कंडोम खरीदने का समय नहीं मिल पाता है, लेकिन सच यह है कि उन्‍हें इसे खरीदने में शर्म आती है. अब मैंने दुकान जाकर कंडोम खरीदना शुरू कर दिया है.’

घर से दूर दिल्‍ली में रह रही छात्रा शीना शाह के ढेर सारे ब्‍वॉयफ्रेंड थे. बाद में वह एचआईवी संक्रमण का शिकार हो गईं. उनका कहना है, ‘मैं निजी तौर पर कभी कंडोम का इस्‍तेमाल नहीं करना चाहती थी क्‍योंकि इससे सेक्‍स का आनंद कम हो जाता था. मेरे ब्‍वॉयफ्रेंड कभी भी कंडोम खरीदकर नहीं लाते थे. उन्‍हें कंडोम खरीदने में शर्म जो महसूस होती थी.’

सर्वे में शामिल में एक अन्‍य हाउसवाइफ ने कहा कि दो बच्‍चों के बाद वो प्रेग्‍नेंट नहीं होना चाहती इसलिए अब वो खुद ही ऑर्डर देकर नजदीकी केमिस्‍ट शॉप से कंडोम मंगावा लेती हैं|

सर्वे के मुताबिक सेक्‍शुअल हेल्‍थ के प्रति महिलाएं ज्‍यादा जागरूक हो रही हैं. सर्वे में पाया गया कि दिल्‍ली में 19 से 22 साल की उम्र की 6 फीसदी महिलाएं अपने मेल पार्टनर के लिए कंडोम खरीदती हैं, जबकि 26 से 30 की उम्र वाली 10 फीसदी महिलाएं ऐसा करती हैं. सबसे अधिक 31-36 साल की उम्र की 22 फीसदी महिलाएं कंडोम खरीदती हैं. इस उम्र में आमतौर पर महिलाएं मां बन चुकी होती हैं और वे फिर से प्रीग्‍नेंट होने से बचने के लिए ऐसा करती हैं|