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“सेंटा क्लॉस मुर्दाबाद” : कट्टरपंथी आतंकियों का वीडियो देखें

Aslam Khan
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रोम के बिशप, पोप जूलियस अव्वल ने ईसा अलैहिस्सलाम के ज़िंदा ऊपर उठाए जाने के लगभग 320 साल बाद बताया कि ईसा अलैहिस्सलाम का जन्म 25 दिसंबर को हुआ।
जबकि ईस्टर्न आर्थोडॉक्स ईसाईयत को मानने वाले 6-7 जनवरी को बताते हैं,
इसी तरह नेटिविटी चर्च जो कि सबसे पुराने चर्चों में से एक है इनके मानने वाले 24 जून के आस पास बताते हैं,
इनके सबके अलावा कुछ इथियोपियन इसाई उलेमा मई में उनकी पैदाईश बताते हैं।
बाइबल के एक किस्से के मुताबिक जब ईसा अलैहिस्सलाम का जन्म हुआ तो भेड़ें चराने वाला अपनी भेड़ों को बेतलहेम के मैदानों में छोड़ कर ज़मीन पर लेटा हुआ आराम कर रहा था यानी गर्मियों का मौसम था क्योंकि दिसंबर में फलस्तीन में कड़ाके की ठंड होती है जिससे ये मुमकिन नहीं।
कुछ भी हो, पाक मरियम के बेटे ईसा अलैहिस्सलाम अल्लाह के पैगम्बर हैं, दुनिया के 4 अरब लोगों के लिए उनका मकाम बहुत आला है।
वो जिस दिन भी पैदा हुए उन पर अल्लाह की सलामती हो और जिस दिन वो दुबारा इस ज़मीन पर भेजे जायेंगे उस दिन पर भी सलामती हो क्योंकि उनके आने से सब एक अल्लाह के हो जाएंगे और हमारे आपस के सारे झगड़े भी ख़त्म हो जायेंगे।

Shams Bond
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हिंदू वादी अल्बल एजेंडा को शिकस्त देने का उपाय ये है कि #पठान को सुपरहिट करवाया जाए ।
लेकिन भारतीय मुस्लिम होने के ऐतबार से दिल चाहता है कि पठान फिल्म को ऐसी पटखनी दी जाए कि बॉलीवुड तक ये संदेश आसानी से पहुंच जाए कि भारत की नवाबों और मुगलों के दौर की स्थापित भारतीय कपड़ा दार संस्कृति को चोट पहुंचा कर नंगापन परोसना समाज कबूल नहीं करेगा ।

लेकिन भारतीय दर्शकों की समझदारी को देख कर दिल उदास हो जाता है, इनकी भावना किसी भी बनावटी बात से भड़क या सुलग जाती है, इन्हे मनोरंजन चाहिए चाहे वो मनोरंजन झूमने में मिले, आवेश में मिले, या पारिवारिक भाव की फिल्मों में मिले,,इनके स्तर का अंदाज़ा छोटी स्क्रीन वालों को भी है , इसलिए तो 26 जन० या 15 अगस्त को ऐसी ही फिल्में दिखाई जाती हैं जिनमें दुश्मन पाकिस्तान होता है(? 🔔?)

खैर,, ये बॉर्डर, राजा हिन्दुस्तानी, हम है कमाल के और कश्मीर फाइल्स पर उद्वेलित हो चुके हैं, मुझे हैरानी होती है इनके कॉमन सेंस और जेनरल नॉलेज का हाल देख कर ।

मै मुसलमानों से रिक्वेस्ट ज़रूर कर सकता हूं कि नंगापन का छिड़काव करने वाले सिनेमहाल में लॉक डाउन जैसी परिस्थिति ला दो,,,बिना आमदनी के खर्च करनी पड़ेगी तब ही सिनेमा हॉल के मालिकों को भी समझ आयेगा की सिनेमा समाज की यूनिवर्सिटी होती है यहां से बड़े कुछ नहीं लेते लेकिन बच्चे की तर्बियत होती है, उनको अपनी ज़िम्मेदारी समझनी होगी ।

हिन्दू तो जाग कर चंपई चड्डी का पोस्टर दिखा कर विरोध कर रहे है, लेकिन हम मुस्लिम सिक्ख बौद्धों का भी परम कर्तव्य है कि अश्लीलता के अश्वों की लगाम थाम कर टांगें तोड़ी जाएं ताकि आने वाली नस्लों में इनकी टापें सुनाई ना दे ।

सच कहता हूं बड़े फितने का दौर है, अब शैतान भी अपनी मदद के लिए मुसलमानों के नाम की तरफ़ देख रहा है, जिस मुसलमान को देख कर शैतान राह छोड़ दिया करता था ।
#बॉयकॉट_पठान_मूवी

Sadaf Afreen صدف
@s_afreen7
ये लो मिल गया नया टास्क- “सेंटा क्लॉस मुर्दाबाद” का!🤷🏻

कभी बॉयकाट, तो कभी मुर्दाबाद…इसके अलावा और कुछ करते हो? #अंधभक्त

#MerryChristmas

Translated from Hindi by
Here’s a new task – “Down with Santa Claus”! 🤷🏻

Kabhi Boycott, Kabhi Murdabad… do you do anything other than this? #अंधभक्त

#MerryChristmas

डिस्क्लेमर : लेखकों के निजी विचार हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं है!