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पवित्र क़ुरआन पार्ट-42 : क्या मैं तुम्हें बताऊँ कि शैतान किस पर उतरते है…?!
सूरे क़सस पवित्र कुरआन का २८वां सूरा है और यह मक्का से मदीना पलायन से पूर्व मक्के में नाज़िल हुआ था। इस सूरे में ८८ आयतें हैं। इस सूरे में हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम के पैदा होने, उनके बचपने, जवानी, पैग़म्बरी, एकेश्वरवाद की ओर निमंत्रण और फिरऔन से संघर्ष जैसी उनके जीवन की कुछ घटनाओं को […]
पैगम्बर मोहम्मद साहब ने हुक्म दिया है कि “मज़दूर का पसीना सूखने से पहले उसकी मज़दूरी देदो”
@मुफ़्ती उसामा इदरीस नदवी इस्लाम एक आसान दीन का नाम है ,जिसमें इंसान को ज़िन्दगी गुज़ारने के लिये हर मोड़ पर रहनुमाई मौजूद है,इस्लाम ने पूँजीवाद को कभी बढ़ावा नही दिया है,बल्कि अपने मूलभूत सिद्धांतों में अमीर की तिजोरी से माल को गरीब के कटोरे में पहुंचाना एक धर्म और महापुण्य का नाम दिया है,ऐसे […]
उनका दोस्त अल्लाह है कि उनको अँधेरों से निकाल कर रोशनी में ले जाता है और जो काफ़िर हैं…
Razi Chishti =================== चाँद का रुख़ जब तक सूरज की तरफ़ रहता है वो रोशन रहता है और जब उसका रुख़ सूरज की तरफ़ से हट जाता है तो वो बेनूर हो जाता है. कुछ ऐसा ही हमारे साथ हुआ है. हमने भी अपना रुख़ अल्लाह swt की तरफ़ से फेर लिया है और जो […]