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योगेश धाकरे चातक Lives in Alirajpur ============ · पूस की रात कहानी प्रेमचंद द्वारा आदर्शान्मुख यथार्थवाद के रास्ते को छोड़ कर यथार्थवादी रास्ते की घोषणा करती है। अभाव और वेदनाओं के अनछुये पहलुओं को भी छूआ है आज के परिवेष मै “चातक” का आकलन….क्या यें सत्ताओं को तमाचा नही है…समीक्षार्थ !! हल्कू आज भी जिन्दा है […]
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