सूरए साफ़्फ़ात आयतें 69 -78 إِنَّهُمْ أَلْفَوْا آبَاءَهُمْ ضَالِّينَ (٦٩) فَهُمْ عَلَىٰ آثَارِهِمْ يُهْرَعُونَ (٧٠) وَلَقَدْ ضَلَّ قَبْلَهُمْ أَكْثَرُ الْأَوَّلِينَ (٧١) इन आयतों का अनुवाद हैः ये वे लोग हैं जिन्होंने अपने बाप-दादा को पथभ्रष्ट पाया।(37:69) इसके बाद भी वे उन्हीं के पद-चिन्हों पर दौड़ रहे हैं।(37:70) निश्चय ही उनसे पहले वाले अधिकतर लोग भी […]
रमज़ान दोस्तो जैसाकि आप जानते हैं कि रमज़ान का पवित्र महीना जारी है ईश्वरीय अनुकंपाओं और बरकतों की वर्षा का महीना जारी है। यह वह महीना है जिसमें नरक के द्वार बंद कर दिये गये हैं, आत्मा को हर प्रकार के गुनाह से पवित्र व शुद्ध करने का महीना जारी है, कितने खुशनसीब वे लोग […]
Farooque Rasheed Farooquee ================== · . सूरै रहमान (मक्की) (आयतें- 78) अल्लाह के नाम से जो रहमान और रहीम है। वह रहमान ही है (1) जिसने क़ुरआन-ए-करीम की तालीम दी।(2) उसी ने इंसान को पैदा किया।(3) उसी ने इंसान को बोलना सिखाया।(4) सूरज और चांद एक ख़ास निज़ाम के तहत गर्दिश कर रहे हैं (5) […]