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चुप रहा, कुछ ना कहा, तो क्या?…यह भी एक प्यार का इज़हार है—-पूर्व जज, दिनेश कुमार शर्मा की कविता!
Dinesh Kumar Sharma Former District Judge Patna, India ======== मित्रों, नमस्कार। काव्य-रचना, एक खास अंदाज़ में, अहसासों की संवाहिका है। उसमें, भाव-पक्ष के अतिरिक्त, विचार-पक्ष भी हो सकते हैं। विचारों से असहमति हो सकती है– स्वाभाविक है।किंतु, तब भी प्रस्तुति के स्तर पर कविता का आनंद हम उठा सकते हैं। अभी-अभी एक कविता (ग़ज़ल) अवतरित […]
कहानी नहीं, असली घटना है, ज़िला सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश की…..By-Dk Verma Verma
Dk Verma Verma ================= कहानी नहीं, असली घटना है, ज़िला सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश की। एक पंडित जी और एक बाबू साहब (ठाकुर साहब) जिगरी दोस्त थे- दो जिस्म एक जान। बचपन से चालीसवें तक। फिर जाने क्या हुआ कि दुश्मनी हो गई। अब पूरब गवाह है कि जिगरी दोस्त दुश्मन हो जायें, तो दुश्मनी भी […]
मिल गई फुर्सत घर आने की…हेमलता गुप्ता स्वरचित
मिल गई फुर्सत घर आने की, अरे घर में है कौन तुम्हारे लिए, बाहर जाओ घूमो फिरों मटरगश्ती करो और हां …मैंने खिचड़ी बनाकर रख दी है गर्म करके खा लेना और सारे बर्तन और रसोई को साफ कर देना, मैं अपने दोस्तों के साथ बाहर जा रही हूं। सुनो ना.. टीना, आज मेरा एक […]