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सिर मुंडाते ओले पड़े, नेतन्याहू की संभावित कैबिनेट को लेकर तेलअवीव की सड़कों पर निकले लोग, विरोध-प्रदर्शन जारी!

अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में शनिवार देर रात ज़ायोनी शासन की कैबिनेट बनाने के लिए नियुक्त प्रधानमंत्री नेतन्याहू की संभावित कैबिनेट को लेकर प्रदर्शन हुए हैं।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, लिकुड पार्टी के प्रमुख बिनयामिन नेतन्याहू, जिन्होंने धार्मिक चरमपंथियों के समर्थन से ज़ायोनी शासन में हुए 1 नवंबर को संसदीय चुनावों में अधिकांश सीटें जीतीं हैं, लेकिन उसके बावजूद अभी तक वह कैबिनेट का गठन नहीं कर सके हैं। इस बीच इससे पहले की वह अपनी संभावित कैबिनेट की घोषणा करें, उनके ख़िलाफ़ व्यापक स्तर पर प्रदर्शन शुरु हो गए हैं। इस्राईली मीडिया ने दावा किया है कि तेलअवीव के हाबीमा स्क्वायर पर भारी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया है। रिपोर्ट के अनुसार, इन प्रदर्शनों की व्यापक्ता को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि आने वाले दिन नेतन्याहू के लिए आसान नहीं होने वाले हैं। साथ ही यह भी संभावना जताई जा रही है कि जिस तरह ज़ायोनी शासन में राजनीतिक घमासान जारी है उससे इस अवैध शासन को एक बार फिर चुनाव का सामना करना पड़ सकता है।

ग़ौरतलब है कि धार्मिक चरमपंथियों के समर्थन से नेतन्याहू के नेतृत्व वाली लिकुड पार्टी की कनेसेट में ज़्यादा सीट आने के बाद यह भविष्यवाणी की गई है कि इस बार की ज़ायोनी शासन की कैबिनेट, पिछली कैबिनेटों से कुछ अलग होगी, क्योंकि नेतन्याहू जो पहले से ही कट्टर सोच और विचारधारा रखते हैं, इस बार धार्मिक चरमपंथियों के साथ मिलकर ज़ायोनी आतंकवाद को और ज़्यादा बढ़ावा देंगे। इस बीच राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पांच वर्षों की राजनीतिक उथल-पुथल के बाद अवैध ज़ायोनी शासन में एक ऐसे नए मंत्रिमंडल का गठन होने जा रहा है जो इस अवैध शासन के इतिहास में सबसे कट्टरपंथी और भ्रष्ट मंत्रिमंडल होगा।