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सिख धर्म अलग है, सिखों को अलग धर्म के रूप में लोगों को देखना चाहिए, एजेंसियां मुझे मरवाना चाहती हैं : ख़ालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह

वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह शुक्रवार को श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंचा। इस दौरान अमृतपाल ने कहा कि मैं मौत से नहीं डरता। वाहेगुरु ने जितने सांस लिखे हैं उतने सांस मैंने जीना है। इसलिए मुझे मौत से कोई खतरा नहीं है। जो लोग और जो एजेंसियां मेरे खिलाफ बोल रही हैं, वहीं एजेंसियां मुझे मरवाना चाहती हैं। लेकिन मैं अपने धर्म के कामों से मौत के डर के कारण पीछे नहीं हटना चाहता। अमृतपाल अपने समर्थकों के साथ माथा टेकने पहुंचा था। उसके साथ बड़ी संख्या में उसके अपने निजी हथियारबंद सुरक्षा कर्मी भी थे।

 

अमृतपाल ने कहा कि गुरुओं ने हमें मीरी-पीरी का सिद्धांत दिया है। लोगों को खुश होना चाहिए कि हम पुरानी रिवायत फिर शुरू कर रहे हैं। अकाल तख्त के लिए हर सिख के मन में भारी सम्मान है। अकाल तख्त सिखों की सुप्रीम धार्मिक अदालत है। अमृतपाल ने दोहराया कि अगर सिखों का सर्वोच्च न्यायालय श्री अकाल तख्त उनको कभी भी कहीं भी बुलाएगा, वह जरूर जाएंगे। वह श्री अकाल तख्त साहिब से भगौड़ा नहीं है।

अमृतपाल ने कहा कि श्री अकाल तख्त की ओर से बनाई गई कमेटी के सामने वह अपने सभी ऐतिहासिक पक्ष भी रखेंगे जो साबित करेंगे कि हम कहीं भी गलत नहीं हैं। सैद्धांतिक तौर पर मैं गलत नहीं हूं। अगर कोई सैद्धांतिक तौर पर मुझे गलत साबित कर दे तो मैं झुकने को तैयार हूं। अमृतपाल ने कहा कि श्री अकाल तख्त की कमेटी के समक्ष भी मेरा पक्ष वही रहेगा जो कहता आया हूं। मेरे पास ऐतिहासिक हवाले हैं। संत करतार सिंह से लेकर दूसरे विश्व युद्ध तक जो भी हुआ उसका सारा इतिहास मेरे पास है। हम इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखेंगे।

अमृतपाल सिंह ने कहा कि गुरुओं ने मीरी-पीरी का सिद्धांत दिया। सिखों को खुश होना चाहिए कि हम अपनी रिवायत की तरफ वापस आ रहे हैं और अपने परंपरगत हथियारों के साथ लैस होकर आ रहे हैं। जिन लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है, उन्हें समझना चाहिए कि सिख धर्म अलग है। सिखों को अलग धर्म के रूप में लोगों को देखना चाहिए।

मर्सिडीज कार के संबंध में उठे विवाद पर अमृतपाल ने कहा कि यह मुद्दा खास नहीं है। इस संबंध में अभी तक सारी बातें क्लीयर हो चुकी हैं कि कार किस की है, किसने भेंट की है। उन्होंने कहा कि लोग जानबूझ कर मामले को उलझा रहे हैं।