मेरठ : उत्तर प्रदेश में दलितों के उभरते हुए संगठन भीम आर्मी के अध्यक्ष चन्द्र शेखर आज़ाद रावण रासुका में जेल काट रहे हैं,सरकार उन्हें शब्बीर पुर प्रकरण का दोषी मानती है,इसी प्रकार से सरकार ने भीम आर्मी पर पूरी नकेल कसने का इरादा बनाया हुआ है,और थोड़ी सी ही कोई कमी मिलने पर कार्यवाही करते हैं।
भीम आर्मी के साथी की हत्या : सहारनपुर भीम आर्मी ज़िलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की गोली मारकर नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई है। युपी राज दलित और मुस्लिमो के लिए जिने लायक नही रहा।संघ और भाजपा के गुंडे योगी के राज में बेखौफ हो चूके है।कर्णाटका के दलित इस का जमकर जवाब दे
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) May 9, 2018
साहरनपुर में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन की गोली मारकर हत्या करदी गई है,जिसके बाद पूरे इलाके में काफी तनाव फैल गया है,मृतक पक्ष के लोगों ने हंगामा मचाते हुए आरोप लगाया है कि रामनगर के पास महाराणा प्रताप भवन तल शोभायात्रा निकाली जारही थी. इसी दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने सचिन वालिया की गोली मारकर हत्या कर दी,एडीजी ने बताया कि यह पूरा मामला संदिग्ध है इसकी जांच की जा रही है।
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, क्षत्रिय समाज ने महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर सहारनपुर के रामनगर में शोभायात्रा निकालने की अनुमति मांगी थी. पहले इसपर प्रशासन का रवैया टालने वाला रहा, लेकिन बाद में मंगलवार को जिला प्रशासन ने 150 लोगों के साथ शोभायात्रा निकालने की अनुमति दे दी. बुधवार को रामनगर में इस यात्रा के मद्देनजर जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम करने का दावा किया था।
भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की मृत्यु के संबंध में SSP-SRR द्वारा दी गई बाइट में कहा कि जांच पड़ताल में मृत्य के संबंध में तथ्यों की जानकारी से संदिग्धता पायी गयी। जांच के लिए टीम लगाई गई है। #uppolice @Uppolice @adgzonemeerut @digsaharanpur pic.twitter.com/VWnFDqDR05
— Saharanpur Police (@saharanpurpol) May 9, 2018
बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह से शोभा यात्रा की तैयारी हो रही थी. शोभा यात्रा रामनगर के पास महाराणा प्रताप भवन तक पहुंची. उसी वक्त भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया का भाई सचिन भवन के सामने से गुजर रहा था. अचानक किसी ने उस पर गोली चला दी. उसे आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना से पूरे इलाके में एक बार फिर जातीय तनाव पैदा हो गया है. जिला अस्पताल में भीम आर्मी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जमा हो गए. वहां जमकर हंगामा हुआ. सहारनपुर के जिलाधिकारी पी.के. पांडे और एसएसपी बबलू कुमार जब जिला अस्पताल पहुंचे तो कमल वालिया की उनके साथ नोक झोंक भी हुई. अपने खिलाफ माहौल बनता देख दोनों अधिकारी वहां से निकल गए. इस दौरान शव को लेकर परिजनों और पुलिस के बीच खींचतान भी हुई।
जिला अस्पताल के चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. वाहनों के अंदर आने पर रोक लगा दी गई है. यहां तक कि रामनगर की तरफ जाने वाले मार्ग पर पुलिस सुबह से ही वाहनों की चेकिंग कर रही है. रामनगर वही इलाका है, जहां पिछले साल भी महाराणा प्रताप जयंती की शोभा यात्रा के दौरान जातीय हिंसा भड़क उठी थी. इसमें 5 मई से लेकर 23 मई 2017 तक करीब 40 मुकदमे दर्ज किए गए थे।