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मैं मेहमान हूँ, कृपया पानी पिला दें…!
Shikha Singh ============== कालिदास बोले :- “माते पानी पिला दीजिये बड़ा पुण्य होगा” स्त्री बोली :- बेटा मैं तुम्हें जानती नहीं, अपना परिचय दो…! मैं अवश्य पानी पिला दूंगी…! कालिदास ने कहा :- मैं “पथिक” हूँ, कृपया पानी पिला दें…! स्त्री बोली :- “तुम पथिक कैसे हो सकते हो” ? , पथिक तो केवल दो […]
‘ये लड़की अधिक खूबसूरत है, लेकिन…’…By-द्वारिका प्रसाद अग्रवाल
द्वारिका प्रसाद अग्रवाल ============= ज्योति टाकीज में उस शाम फर्स्ट शो में बहुत भीड़ थी. उस भीड़ में से अचानक एक हाथ उठा. अनोखेलाल उसी ओर बढ़े. उनके मित्र टिकट लेकर खड़े थे, साथ में एक कन्या थी. अनोखेलाल ने कृपा से उनका परिचय कराया, ‘इनसे मिलो, ये मेरे सहपाठी हैं, बालमुकुन्द दुबे, विद्युत विभाग […]
देख के हम उन्हें बेजुवां हो गए, बिन कहे दर्द मेरे बयां हो गए….झरना माथुर की एक ग़ज़ल और सावन गीत!
Jharna Mathur Blogger Lives in Dehra Dun, India From Bareilly =============== ग़ज़ल देख के हम उन्हें बेजुवां हो गए बिन कहे दर्द मेरे बयां हो गए फासले दरमियां इस तरह से बढ़े इश्क़ में उसके फिर इम्तिहाँ हो गए साथ हैं वो मिरे ये यकीं था मुझे क्यों वफ़ा के अजब से गुमां हो गए […]