उत्तर प्रदेश राज्य

साढ़े छह करोड़ रुपए का सोना पहन कांवड़ लेकर आने वाले गोल्डन बाबा पर संगीन आरोप-जानिए

नई दिल्ली: दिल्ली निवासी एक व्यक्ति ने गोल्डन बाबा पर हरिद्वार में स्थित अपनी कोठी बेचने के बाद उस पर दोबारा कब्जा करने का आरोप लगाया है। जिलाधिकारी को इस बारे में शिकायती पत्र देकर इंसाफ की मांग की गई। जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं।

दिल्ली निवासी गुरप्रीत सिंह ने जिलाधिकारी के जनता मिलन कार्यक्रम में शिकायत करते हुए बताया कि गोल्डन बाबा ने बिल्केश्वर कॉलोनी स्थित अपना मकान उन्हें विगत जुलाई में बेचा। जिसकी रजिस्ट्री भी गुरप्रीत सिंह के नाम हो गयी थी।

गुरप्रीत ने बताया कि उसके पिता की अचानक तबियत खराब होने पर उसके परिवार को उनकेे इलाज के लिए दिल्ली जाना पड़ा। उनकी गैर मौजूदगी में गोल्डन बाबा ने मकान का ताला तोड़कर अपना कब्जा जमा लिया है। अब बाबा के अनुयायियों से उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही हैं। जिलाधिकारी ने मामले को धोखाधड़ी में मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए।

दूसरी ओर, गोल्डन बाबा ने आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि अभी गुरप्रीत ने पूरा पैसा नहीं दिया है। उसे बकाया पैसा देना है जिसका विवाद कोर्ट में भी विचाराधीन है। कब्जा करने का आरोप गलत है। उन्होंने बताया कि अभी तो कब्जा दिया ही नहीं गया है जब पूरा पैसा आ जाएगा तभी कब्जा दिया जाएगा।

अपने सोने के आभूषणों की वजह से आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं गोल्डन बाबा गोल्डन पुरी नाम से मशहूर दिल्ली के कारोबारी और श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के महंत गोल्डन बाबा एक बार फिर कांवड़ लेकर हरिद्वार पहुंचे थे।

इस बार वह 25वीं कांवड़ यात्रा पर हरिद्वार पहुंचे थे। बाबा ने 20 किलो सोना धारण किया हुआ था। जिसकी सुरक्षा के लिए उन्होंने निजी अंगरक्षकों को तैनात किया था।

उन्होंने रुड़की से विशेष कांवड़ तैयार कराई, जो करीब डेढ़ करोड़ रुपए की थी। इसे सोने के पत्र से सजाया गया था। कांवड़ में रखी शिव मूर्ति को भी सोने के आभूषणों से सजाया गया था। बता दें कि गोल्डन बाबा हर साल कांवड़ यात्रा पर पहुंचते हैं। और अपने सोने के आभूषणों की वजह से आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं।