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सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश में हिमंत बिस्वा सरमा के ख़िलाफ़ केस दर्ज कराया गया!

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के ख़िलाफ़ केस दर्ज कराया गया है. यह पलामू ज़िले के मेदिनीनगर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में दर्ज कराया गया है.

यह मामला बसपा प्रत्याशी कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने करवाया है. उनका कहना है कि हिमंता ने हुसैनाबाद का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की है.

बता दें, बीती 23 अक्तूबर को बीजेपी के प्रत्याशी कमलेश सिंह के नामांकन में हिमंत बिस्वा सरमा हुसैनाबाद पहुंचे थे. नामांकन के बाद हुई जनसभा में उन्होंने कहा था कि “ये हुसैन कौन है? यह हुसैन कहां से आया? जिसके नाम पर इलाके का नाम हुसैनाबाद रखा गया.”

उन्होंने आगे कहा था, “अगर बीजेपी की सरकार आती है, तो हुसैनाबाद का नाम बदल दिया जाएगा. यह झारखंड के किसी महापुरुष के नाम पर होगा. साथ ही इसे ज़िला भी घोषित किया जाएगा.”

बीबीसी से बात करते हुए कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने कहा, “असम के सीएम ने हुसैन को टारगेट किया है. आप किसी का नाम ऐसे विकृत नहीं कर सकते हैं. इसलिए मैंने कोर्ट से आग्रह किया है कि उनके ऊपर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में सुसंगत धाराओं में केस दर्ज करें.”

उन्होंने कहा, “यहां मुद्दा भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी, सिंचाई आदि का है. लेकिन वो नमक घोटाले के आरोपी, जिनके ऊपर मनी लॉड्रिंग का मामला चल रहा है, उन्हें हुसैनाबाद से अपना प्रत्याशी बना देते हैं.”

वहीं पूरे मामले पर बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा, “पहले औरंगजेब रोड का नाम बदला गया, इलाहाबाद प्रयागराज हो गया. सीएम हेमंत सोरेन पर चाहे जितने मुकदमा कराएं, हमारी सरकार आते ही नाम बदला जाएगा. ये हुसैनाबाद की जनता की मांग है.”

आनंद दत्त, रांची से बीबीसी हिन्दी के लिए