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“नानी, मैं एक कुल्फ़ी और ले लूं,…”
“नानी, मैं एक कुल्फी और ले लूं,प्लीज़…” चीकू ने फ्रिज खोलते हुए पूछा. “चीकू, तुम खा चुके हो ना?.. ग़लत बात, वो कुल्फी नानी की है… हटो वहां से…” मैंने अपने छह साल के बेटे को आंखें तरेरीं, लेकिन तब तक चीकू की नानी कुल्फी उसके हवाले कर चुकी थीं. “क्या मां… मैं ख़ास आपके […]
⚘रावण ज़ोरों का ठहाका लगाया, फिर अचानक शान्त हो कुछ सोचा और मुस्कुराया : रूबी सत्येन्द्र कुमार की कविता
रूबी सत्येन्द्र कुमार की कविता मंजरी =============== · छन्दमुक्त कविता लंकापति ⚘अबकी दशहरे पर हमने फिर इक रावण बनाया। ⚘बिल्कुल रावण के जैसे भीमकाय शरीर पर बीस भुजाओं व दस सिरों को सजाया। ⚘रेशमी चमकदार वस्त्रों व आभूषणों को भी पहनाया। ⚘अब रावण ठहरे लंकापति यही सोचकर थोडा भव्य जलवा भी बनाया। ⚘जब रावण तैयार […]
#आप #अकेली हैं?
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ================ #आप #अकेली हैं? सहयात्री का यह अटपटा-सा प्रश्न नीता को चकित कर गया। दो सीट के कूपे में बैठी नीना ने सामने बैठे सहयात्री को फिर भी कुछ मुस्कुराकर और कुछ व्यंग्य से उत्तर दिया, जी हां, क्यों क्या हुआ, आपको कोई परेशानी ? और नीना का कटु प्रतिप्रश्न, आपके साथ […]