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माँ एक बार फिर से गले लगाने के लिए आ….
Dr.vijayasingh ================ मुझे अच्छा लगता है माँ तुझे देखते रहना…तुम्हारी बिखरी चीज़ों का पड़ा रहना…तुम्हारी दवाइयों का बिखरा रहना…कार में खुद बैठने से पहले आपको को बैठाना आपकी छड़ी को पकड़ना जिस वक्त तुम्हारा हाथ पकड़कर सड़क पर चलती हूँ उस वक्त बहुत गर्व महसूस होता है कि मैं अपनी माँ का हाथ पकड़ रही […]
“कुर्द दर आइनये शेरे फ़ारसी” नामक किताब प्रकाशित हो गयी!
पार्सटुडे- फ़रामर्ज़ आक़ाबैगी ने “कुर्द दर आइनये शेरे फ़ारसी, अज़ रूदकी ता शफ़ीई कदकनी” नामक किताब लिखी है वह ईरान में छपकर बाज़ार में आ गयी है। “कुर्द दर आइनये शेरे फ़ारसी, अज़ रूदकी ता शफ़ीई कदकनी” अध्ययन और गहरे शोध की किताब है। इस किताब में रूदकी से लेकर वर्तमान समय के शायरों की […]
बाबूजी यह आपकी बहू और मेरे सोने का कमरा है और इस कोने में…
वाया : जालोर सिरोही ताजा खबर =========== पत्नी के अंतिम संस्कार व तेरहवीं के बाद रिटायर्ड पोस्टमैन मनोहर गाँव छोड़कर मुम्बई में अपने पुत्र सुनील के बड़े से मकान में आये हुए हैं। सुनील बहुत मनुहार के बाद यहाँ ला पाया है। यद्यपि वह पहले भी कई बार प्रयास कर चुका था किंतु अम्मा ही […]