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समस्त मुस्लिम राष्ट्र एकजुट होकर फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में आवाज़ उठाएं : ईरान

ईरान ने ज़ायोनी शासन के अपराधों और हत्याओं के क्रम के ख़िलाफ़ अमरीका और उसके यूरोपीय सहयोगियों की शर्मनाक चुप्पी की कड़ी निंदा करते हुए मुस्लिम राष्ट्रों से फ़िलिस्तीनियों के अधिकारों का समर्थन करने का आह्वान किया है।

गुरुवार को ईरान के विदेश मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय क़ुद्स दिवस की पूर्व संध्या पर एक बयान जारी करके कहा है कि अब फ़िलिस्तीन और पवित्र क़ुद्स मुस्लिम जगत में एकजुटता का प्रतीक बन गए हैं और यह दुनिया के पीड़ितों और आज़ादी के समर्थकों के काज़ का प्रतिनिधित्व करते हैं।

मंत्रालय ने मानवाधिकार का दावा करने वाले कुछ ठेकेदारों की आलोचना करते हुए कहा कि अमरीका और कुछ यूरोपीय देश, इस्राईल के अत्याचारों और अपराधों पर चुप हैं, जिसने इस साल की शुरूआत से अब तक 100 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को मौत के घाट उतार दिया है।

ईरानी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में सभी मुस्लिम राष्ट्रों, सरकारों और आज़ादी के समर्थकों से एकजुट होकर क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति व स्थिरता के लिए ख़तरा बनने वाले कैंसर के इस ट्यूमर से मुक़ाबले का आहवान किया है।

ग़ौरतलब है कि ईरान की इस्लामी क्रांति के संस्थापक इमाम ख़ुमैनी ने फ़िलिस्तीनियों का समर्थन करने और मुसलमानों के तीसरे सबसे पवित्र धार्मिक स्थल को ज़ायोनियों को क़ब्ज़े से आज़ाद कराने के लिए संघर्ष को जारी रखने के प्रतीक के रूप में रमाज़न के अंतिम शुक्रवार को क़ुद्स दिवस के रूप में मनाने का आहवान किया था।