Asaduddin Owaisi
@asadowaisi
मोदी सरकार ने अल्पसंख्यकों की प्री-मैट्रिक और पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप का आवंटन कम कर दिया था और मौलाना आज़ाद फेलोशिप को ख़त्म कर दिया था। अब “पढ़ो परदेश” स्कीम को भी ख़त्म कर दिया। इन स्कीमों का लाभ ग़रीब अल्पसंख्यकों को मिलता था। सरकार के आँकड़े ख़ुद बताते हैं कि अल्पसंख्यक मुसलमान तालीमी तौर पर पिछड़े हैं। इन स्कीमों को ख़त्म करने का मक़सद यही है के अल्पसंख्यक पिछड़े ही रहें। ये है “सबका साथ” वाला झूठ, और यही है पसमांदा मुसलमानों के लिए मोदी की मोहब्बत।
Asaduddin Owaisi
@asadowaisi
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@AmitShah
has said that the Manipur video was a conspiracy to embarrass Modi govt & was “leaked” on the eve of Parliament session. The violence in Manipur has been going on since May, the video is months’ old. But action was only taken after it went viral. Modi govt is always more concerned about its image, and not about the dignity of Kuki women. What a shame
#WATCH | AIMIM chief & MP Asaduddin Owaisi says, "The issue is that the Modi Govt is more concerned about their image. This violence has been continuing for the last three months now…It is shameful that they are not concerned about the rape of those two women and many other… pic.twitter.com/waHh2a0Qnt
— ANI (@ANI) July 28, 2023
ANI_HindiNews
@AHindinews
मुद्दा यह है कि मोदी सरकार अपनी छवि को लेकर अधिक चिंतित है। यह हिंसा पिछले तीन महीनों से जारी है…यह शर्मनाक है कि उन्हें उन दो महिलाओं और कई अन्य महिलाओं के साथ हुए बलात्कार की कोई चिंता नहीं है। उनके लिए सब कुछ एक साजिश है। लेकिन मणिपुर में हिंसा के बारे में क्या? वे जानबूझकर इसे नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए, साजिश का एक नया कोण दिया जा रहा है… मुख्यमंत्री को हटाएं, सारी जांच सीबीआई को सौंपी जाए और हथियार लूटने का मामला एनआईए को दिया जाए। तभी न्याय हो सकेगा…: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन औवेसी
टोंक विधायक @SachinPilot अपनी विधानसभा में सभा को संबोधित करने पहुंचे थे,टोंक निवासी @mohsintonk ने पायलट से पूछ लिया कि "आपसे उम्मीद थी लेकिन आप नासिर,जुनैद के मामले में एक लफ्ज़ भी नही बोले,और जिन मुस्लिमों को हाइकोर्ट ने बरी कर दिया आप उनके ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट जा रहे है" बस… pic.twitter.com/8zvTnuASWf
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) July 28, 2023
स्वामी प्रसाद मौर्य ने बहुत अहम बात करी है। "मस्जिद के पहले क्या था? यह देखने के लिए कोई सर्वे कराया हो तो इस बात का भी सर्वे कराया जाए कि उसके पहले क्या था। कई मंदिरों को बौद्ध धर्म के स्थल तोड़कर बनाया गया है।"
इसीलिए प्लेस ऑफ़ वरशिप एक्ट लाया गया, और इन सवालों को 1947 पर फ्रिज… pic.twitter.com/Pxeja9WzC7— Prashant Bhushan (@pbhushan1) July 28, 2023