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सऊदी अरब में होने जा रही है वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम की बैठक, ग़ज़ा में संघर्षविराम समझौते पर होगा सबका ज़ोर : रिपोर्ट

सऊदी अरब की राजधानी रियाद में होने जा रही वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम की बैठक में फ़लस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास वार्ताओं में शामिल होकर ग़ज़ा में संघर्षविराम समझौते के लिए ज़ोर देंगे.

इस बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री के अलावा सऊदी अरब, क़तर और ओमान के नेताओं समेत कई क्षेत्रीय नेता शामिल हो रहे हैं.

ये बैठक रविवार को शुरू होगी. वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम के प्रमुख बोर्ग ब्रेंडे ने बताया है कि मिस्र के विदेश मंत्री शुक्रवार को इसराइल में हुई वार्ता के बारे में भी जानकारी देंगे.

ग़ज़ा में संघर्ष-विराम के लिए शुक्रवार को इसराइल में वार्ता हुई थी जिसमें मिस्र भी सामिल था.

वहीं, ग़ज़ा पर शासन करने वाले समूह हमास का कहना है कि वो इसराइल की तरफ़ से मिले समझौते के प्रस्ताव का अध्यन कर रहा है.

7 अक्तूबर को हमास ने इसराइल पर हमला किया था. इसमें 1200 से अधिक लोग मारे गए थे और बड़ी तादाद में इसराइली लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था.

इसके तुरंत बाद इसराइल ने ग़ज़ा में बड़ा सैन्य अभियान शुरू किया था जो अभी तक ज़ारी है. उत्तरी और दक्षिणी ग़ज़ा पर व्यापक हमलों के बाद अब इसराइल मिस्र से सटे रफ़ाह इलाक़े पर बड़ा हमला बोलने की तैयारी कर रही है.

इसी बीच, इसराइल में सरकार पर बंधकों की रिहाई के लिए भी दबाव बढ़ता जा रहा है.

इसराइल और हमास के बीच बंधकों की रिहाई की शर्त पर दो बार अल्पकालिक संघर्ष-विराम हो चुका है.

ईरान ने कहा- क़ब्ज़े में लिए गए जहाज़ के चालक दल को छोड़ने के लिए तैयार है

ईरान ने कहा है वह कब्जे में लिए जहाज़ के चालक दल के सदस्यों को छोड़ने के लिए तैयार है.

पुर्तगाली झंडे वाले इस जहाज़ को ईरान ने दमिश्क में अपने दूतावास पर हुए इसराइली हमले के बाद क़ब्ज़े में ले लिया था.

ईरान के विदेश मंत्रालय का कहना है कि चालक दल के सदस्य को दूतावास के अधिकारियों की मदद मुहैया करा दी गई है.

हालांकि, अभी ईरान ने ये नहीं बताया है कि इन सदस्यों को कब छोड़ा जाएगा.

दो सप्ताह पहले ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने द एरीज़ नाम के जहाज़ को अपने क़ब्ज़े में ले लिया था. इस जहाज़ के चालक दल में कुल 25 लोग शामिल है.

ईरान ने दावा किया था कि ये जहाज़ समुद्री क़ानूनों का उल्लंघन कर रहा था.

ये जहाज़ जिस कंपनी से लीज़ पर लिया गया है उसमें इसराइली कारोबारी की हिस्सेदारी भी है.

जहाज़ के चालक दल में कई भारतीय भी शामिल हैं. भारत के विदेश मंत्रालय ने ईरान से इन लोगों की रिहाई को लेकर बात की थी.

चालक दल में शामिल भारत की एक महिला को ईरान ने पहले ही छोड़ दिया है और वो भारत पहुंच चुकी हैं.

सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के दूतावास पर इसराइल ने हवाई हमला किया था जिसमें रिवोल्यूशनरी गार्ड के कई अधिकारी मारे गए थे.

इस हमले की प्रतिक्रिया में ईरान ने इस जहाज़ को क़ब्ज़े में ले लिया था.