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सऊदी अरब में गूंजने वाली अल्लाहुम्मा लब्बैक की आवाज़ों ने पूरी दुनिया के मुसलमानों के दिलों में भरा जोश : रिपोर्ट

इस समय सऊदी अरब हज के लिए पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों से भरा हुआ है। हर ओर से एक ही आवाज़ आ रही है, लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक, लब्बैक ला शरीका लाका लब्बैक।

हज एक ऐसी महान इबादत और फ़रीज़ा जिसके हर अमल से इश्क़ और मोहब्बत और क़ुर्बानी का इज़हार होता है। सऊदी अरब में वार्षिक हज यात्रा के लिए अब तक क़रीब 15 लाख विदेशी हाजी पहुंच चुके हैं। इनमें से अधिकांश हाजी विमान से मक्का पहुंचे हैं। सऊदी अधिकारियों ने कहा है कि 2020 में कोरोना वायरस महामारी की दस्तक के बाद यह पहला ऐसा वर्ष है, जब हज यात्रा का आयोजन बिना किसी प्रतिबंधों के किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोमवार से शुरू होने वाली हज यात्रा में और विदेशी हाजियों के पहुंचने की संभावना है।


उल्लेखनीय है कि हज इस्लाम के मुख्य स्तंभों में से एक है और शारीरिक एवं आर्थिक रूप से समर्थ मुस्लिमों से जीवन में कम से कम एक बार हज यात्रा पर जाने के लिए कहा जाता है। यह दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। सऊदी अरब के मीडिया मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि हज के लिए बुधवार तक 14.9 लाख से अधिक विदेशी हाजी मक्का पहुंच चुके हैं, जिनमें से 14.3 लाख हवाई मार्ग से पहुंचे हैं। सऊदी अधिकारियों ने कहा कि हमें उम्मीद है कि वर्ष 2023 में हज यात्रियों की संख्या कोरोना काल से पूर्व के स्तर पर पहुंच सकती है। वर्ष 2019 में 24 लाख हाजियों ने हज यात्रा की थी।