नई दिल्ली: आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए कनाडा के उच्चायुक्त को वापस भेजने के बाद सऊदी अरब ने कनाडा में पढ़ाई कर रहे अपने करीब 15 हजार छात्रों को लौटने के लिए कहा है। सऊदी ने छात्रों को चेतावनी दी कि अगर वे नहीं आते हैं तो उन्हें मिल रही सरकारी छात्रवृत्ति रद्द कर दी जाएगी।
इससे पहले सऊदी अरब ने सोमवार को रियाद से कनाडा के उच्चायुक्त को वापस भेज दिया था। वहीं, टोरंटो में मौजूद अपने राजदूत को लौटने का आदेश दिया था। इसके अलावा सऊदी ने दोनों देशों के बीच हुए सभी नए प्रस्तावों और निवेशों पर भी रोक लगा दी। कनाडा ने सऊदी से अपील की थी कि रियाद में गिरफ्तार नागरिक अधिकार कार्यकर्ता को रिहा कर दिया जाए। सऊदी ने इसे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करार दिया।
Saudi Arabia suspends scholarships for thousands of Saudi students in Canada https://t.co/35SjkStXzp pic.twitter.com/0HpgQAFXwI
— The Hill (@thehill) August 6, 2018
फिलहाल कनाडा के उच्चायुक्त को देश छोड़ने के लिए 24 घंटे का वक्त दिया है। यह कदम सऊदी के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान की आक्रामक विदेश नीति का नतीजा माना जा रहा है।
ट्वीट से की घोषणा : सऊदी के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘सऊदी अरब के आंतरिक मामलों में कनाडा हस्तक्षेप कर रहा है।’’ विदेश मंत्रालय ने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘‘हम घोषणा करते हैं, हम कनाडा से सऊदी के राजदूत को परामर्श के लिए बुला रहे हैं। कनाडा के राजदूत को 24 घंटे में देश छोड़ने का आदेश देते हैं।’’ मंत्रालय ने घोषणा की कि अगली कार्रवाई तक कनाडा के साथ सभी नए व्यापारिक प्रस्तावों और लेन-देन पर रोक रहेगी।
जेंडर राइट एक्टिविस्ट समद बादवी भी गिरफ्तार : पिछले सप्ताह कनाडा ने कहा था, वह सऊदी में महिलाओं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से परेशान है। गिरफ्तार कार्यकर्ताओं में जेंडर राइट ऐक्टिविस्ट समर बादवी भी शामिल हैं। उन्हें नसीमा अल-सदाह के साथ गिरफ्तार किया गया था।