नई दिल्ली: सऊदी अरब में बदलाव के नाम पर किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज के बेटे और राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान ने बखेड़ा खड़ा कर रखा है,ऐसे बदलाव किये हैं जिनसे सऊदी अरब की बुनियादों पर भी असर पड़ा है।
मोहम्मद बिन सलमान के काम पर जिसने रोक टोक करने की कोशिश करी या उन्हें नसीहत करी है उनका अंजाम बहुत बुरा हुआ है,अब तक दर्जनों की संख्या में वरिष्ठ उलेमा को जेल में बन्द कर दिया गया है।
🔴 عاجل
أنباء عن وفاة الشيخ #سفر_الحوالي إثر تدهور شديد في صحته داخل السجن بعد حرمانه من أية رعاية صحية منذ اللحظات الأولى لاعتقاله تعسفياً ..
بدورنا نحمل السلطات السعودية المسؤولية الكاملة عن حياته ونطالبها بالكشف فوراً عن مصيره.
(و في حال تأكد الخبر سننشر لكم ذلك فوراً) pic.twitter.com/COcnmITNU6— معتقلي الرأي (@m3takl) September 27, 2018
पिछले दिनों इमाम काबा की गिरफ्तारी की खबर से बड़ी हलचल मची हुई थी तो उसके बाद सलमान अल अवदा को सज़ा ऐ मौत की वकालत करने पर मुस्लिम दुनिया मे रोष फैला हुआ था,अब अरब मीडिया की खबरों के मुताबिक मशहूर आलिम ऐ दीन “सफ़्र अल हवाली” को जबसे आले सऊद के सुरक्षाबलों ने गिरफ़्तार किया था तब से ही वह बीमार हो गए थे।
इस बीच सफ़्र अलहवाली का जेल में लगातार स्वास्थ्य बिगड़ता रहा लेकिन सऊदी सरकार ने उन्हें चिकित्सा की कोई सुविधा प्रदान नहीं की, जिसके परिणामस्वरूप गुरुवार देर रात उनकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई।
उल्लेखनीय है कि सफ़्र अलहवाली को इसी वर्ष जुलाई महीने में “मुसलमान और पश्चिमी संस्कृति” नामक एक पुस्तक के प्रकाशन के अपराध में आले सऊद सरकार ने गिरफ़्तार किया था।
इस किताब के माध्यम से उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति की सऊदी अरब यात्रा के दौरान आले सऊद शासन द्वारा अरबों डॉलर ख़र्च किए जाने पर आपत्ति व्यक्त की थी।
ज्ञात रहे कि सऊदी अरब की सत्ता जबसे सलमान बिन अब्दुल अज़ीज और उनके बेटे मोहम्मद बिन सलमान के हाथों में आई है तब से वहां शिया और सुन्नी दोनों समुदाय के धर्मगुरूओं को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है।
हालिया दिनों में आले सऊद सरकार ने अमेरिका और ज़ायोनी शासन को ख़ुश करने के लिए कई फ़िलिस्तीनी मुसलमानों के समर्थक धर्मगुरूओं को गिरफ़्तार करके जेल में डाल दिया है।