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संभल जैसी घटना को रोकने के लिए जमीयत उलमा-ए-हिंद सुप्रीम कोर्ट गई है : अडानी को चंद्रबाबू नायडू की ओर से तगड़ा झटका लग सकता है!

Arshad Madani
@ArshadMadani007
संभल जैसी घटना को रोकने के लिए जमीयत उलमा-ए-हिंद सुप्रीम कोर्ट गई है।
संभल में पुलिस की अराजकता, अन्याय, क्रूरता और दरिंदगी की जीती जागती तस्वीर है, देश में वर्षों से फैली नफरत अब गोलियों तक पहुंच गई है।
पूजा स्थल अधिनियम, 1991 के बावजूद निचली अदालतें मुस्लिम पूजा स्थलों का सर्वेक्षण करने के आदेश जारी कर रही हैं जो इस कानून का उल्लंघन है । पूजा स्थलों की सुरक्षा के लिए कानून का पालन न करने से देश की शांति बिगड़ रही है ।
जमीयत उलमा-ए-हिंद संभल में पुलिस द्वारा की गई फायरिंग और बर्बरता का शिकार हुए लोगों के साथ में खड़ी है।

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Jaiky Yadav
@JaikyYadav16
ई हरियाणा है परधान, यहां अच्छों अच्छों का भूत उतार दिया जाता है😂😂

अरे वही Instagram Reels वाला वायरस हरियाणा के पानीपत में घुस गया, वहां बीच बाज़ार में एक लड़का इस हालत में नाच रहा था फिर क्या था,

दुकानदारों ने पकड़ा और धर के कूट दिया😂😂

बहुत देर तक कार्यक्रम चला फिर कैसे भी पैर छूकर वह वहां से निकल पाया,

अब जबतक उसे ध्यान रहेगा तब तक Reels बनाने के लिए यह हरकतें नहीं करेगा😂😂

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Awesh Tiwari
@awesh29
अडानी को चंद्रबाबू नायडू की ओर से तगड़ा झटका लग सकता है. मोदी जी के परम सहयोगी आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री गौतम अडानी के साथ हुए उस समझौते की समीक्षा कर रहे हैं जिसके अंतर्गत अडानी को आन्ध्र प्रदेश में सोलर एनर्जी का बिजलीघर लगाना था.

यह देखने वाली बात होगी कि नायडू अगर इस सौदे को रद्द करते हैं तो इस पर नरेन्द्र मोदी सरकार की क्या प्रतिक्रिया होगी ? महतवपूर्ण है कि नायडू और मोदी के बीच का सम्बन्ध give and take यानि लेन देन पर टिका हुआ है. आन्ध्र प्रदेश के वित्त मंत्री पयुल्ला केशव का कहना है कि हम समीक्षा कर रहे हैं कि घूसखोरी के सामने आने के बाद इस मामले में हम क्या कार्रवाई कर सकते हैं.

डिस्क्लेमर : सभी पोस्ट सोशल मीडिया X से प्राप्त हैं, लेखक के निजी विचार हैं, तीसरी जंग का कोई सरोकार नहीं है