

राम गांगुली ने अच्छा संगीत देने का सिलसिला जारी रखा लेकिन बड़े बैनरों के समर्थन की कमी और अच्छी फिल्मों के न मिलने के कारण उन्हें वो सफलता न मिल पाई जो फ़िल्म आग में मिली थी. 1947 से शुरु हुआ उनका सफर 1974 में उनकी अंतिम फ़िल्म “सुहानी रात” के साथ ही सिमट गया.पर फ़िल्म संगीत में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता.
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