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जानिए कैसे, कहां से आई यह कहावत – ‘दो जून की रोटी’
आज दो जून है…, जानिए कैसे, कहां से आई यह कहावत – ‘दो जून की रोटी’ जून आते ही सोशल मीडिया पर ‘दो जून की रोटी’ वाले जोक्स और कहावतें तैरने लगती हैं. इसमें से कुछ लोग बताते हैं कि आखिर में दो जून की रोटी कमाना कितना मुश्किल है तो कुछ कहते हैं कि […]
”इस खूंख़ार संप्रभु शासक से छिपने का कोई स्थान नहीं है”
सुलैमान के नीतिवचनों से बुद्धि ============== नीतिवचन 29:1 दपटा हुआ मनुष्य जो अपनी गर्दन को स्तंभित रखता है, सो आकस्मात मारा जाएगा, और वह भी बिना किसी उपाय के। क्या आप विद्रोही और जिद्दी हैं? क्या आप सुधार या शिक्षा की उपेक्षा करते हैं? क्या परमेश्वर ने आपको अक्सर किसी ऐसी बात के लिए दोषी […]
2000 से 2020 के बीच कुल 755,900 वर्ग किलोमीटर जंगल का सफ़ाया किया गया जो जर्मनी के कुल इलाक़े का दोगुना है : रिपोर्ट
कच्चे माल के आयात की वजह से जर्मनी और ब्रिटेन यूरोपीय संघ में सबसे ज्यादा जंगलों को तबाह कर रहे हैं. ये जंगल खनिजों और कोयले के लिए खुदाई के चक्कर में तबाह किये जा रहे हैं. वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर यानी डब्ल्यूडब्ल्यूएफ और वियना यूनिवर्सिटी ऑफ इकोनॉमिक्स एंड बिजनस एडमिनिस्ट्रेशन की रिसर्च के […]