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शिवसेना न तो झुकने वाली है और न ही डरने वाली है. ज़्यादा से ज़्यादा क्या होगा, सत्ता जाएगी लेकिन फिर सत्ता आएगी भी

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भारत के महाराष्ट्र राज्य में राजनैतिक उठापटक जारी है और सत्ताधारी शिवसेना में दो फाड़ हो चुके हैं जबकि जानकार गलियारे इस पूरे घटनाक्रम में भाजपा की मुख्य भूमिका की बात कर रहे हैं।

ताज़ा हालात पर बयान देते हए शिव सेना नेता संजय राउत ने कहा है कि अगले 24 घंटों के भीतर अगर पार्टी के बाग़ी विधायक मुंबई वापस आ जाते हैं, तो शिवसेना महाविकास अघाड़ी से बाहर जाने को तैयार है।

संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि विधायकों को गुवाहाटी से बात नहीं करनी चाहिए, बल्कि उन्हें मुंबई आकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि इससे शिव सेना न तो झुकने वाली है और न ही डरने वाली है. ज़्यादा से ज़्यादा क्या होगा, सत्ता जाएगी लेकिन फिर सत्ता आएगी भी।

संजय राउत के बयान पर कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हम शिव सेना की सटीक भूमिका नहीं जानते, हमने आज अपने नेतृत्व के साथ बैठक की, कल ऐसा कोई मुद्दा नहीं उठाया गया था, उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि क्या शिव सेना फिर से भाजपा के साथ जाना चाहती है।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि हम बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए शिव सेना के साथ हैं, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की वजह से ये खेल हो रहा है, कांग्रेस फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है, हम एमवीए (महाविकास अघाड़ी गठबंधन) के साथ हैं और रहेंगे, अगर वे किसी के साथ गठबंधन करना चाहते हैं तो हमें इसमें कोई समस्या नहीं है।

वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्य के मौजूदा राजनीतिक संकट पर कहा है कि यह सब बीजेपी का खेल है और वही सरकार को अस्थिर कर रही है।

288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में महाविकास अघाड़ी के 169 विधायक हैं जबकि बीजेपी के पास 109 विधायक हैं। शिव सेना नेता और महाराष्ट्र के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में पार्टी के 42 विधायक गुवाहाटी के एक होटल पहुंच गए हैं, सबसे पहले ​शिव सेना के ये बाग़ी विधायक मुंबई से सूरत गए थे।

उद्धव ठाकरे अपने परिवार के साथ सीएम आवास ‘वर्षा’ छोड़कर अपने पैतृक निवास ‘मातोश्री’ लौट गए हैं।