उत्तर प्रदेश राज्य

#शाहजहांपुर : खिरनीबाग धर्मशाला में श्रीमद भागवत कथा सुनाते कथा व्यास आचार्य आशीष बाजपेई, कहा-संसार परमात्मा की अनूठी कृति!

Ahasas Apne Apne
=========
संसार परमात्मा की अनूठी कृति : आशीष बाजपेई

खिरनीबाग धर्मशाला में श्रीमद भागवत कथा सुनाते कथा व्यास आचार्य आशीष बाजपेई व उपस्थित श्रद्धालु
शाहजहांपुर । आदर्श दिव्यांग कल्याण संस्थान द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथा व्यास आचार्य आशीष बाजपेई आतमानन्द गुरूकुल
नैमिषधाम ने भगवान श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनायी और महत्व भी बताया कि भगवान को अवतार क्यों लेना पड़ा।
उन्होने कहा कि स्ंासार परमात्मा की अनूठी कृति है। वन, पर्वत, नदी, सागर, हिमालय, वनस्पति, जीव-जंतु एवं मानव यह इसकी शोभा है। यदि इनमें किसी भी प्रकार का विकार पैदा होता है या चारों ओर अत्याचार ही अत्याचार होने लगता है। आसुरि शक्तियां बलवान हो जाती है। तो परमात्मा की यह अनूठी रचना विनाश के कगार पर आ जाती है इसी विकार को जो वृहद् रूप ले चुका होता है, संतुलन में लाने के लिए कोई ऐसी शक्ति इस धरा में उतर आती है जिसे हम भगवान का अवतार कहते है।

कथा व्यास ने सुनाया कि मथुरा मंे जब चारो ओर हाहाकार मचा था कंस के अत्याचार से लोग भयभीत हो रहे थे। तब चारो ओर से त्राहीमाम त्राहीमाम के स्वर सुनायी देने लगें तब द्वापर में ही एक ऐसी ही महान विभूति भाद्रपद कृष्णपक्ष की अष्ठमी तिथि को मध्यरात्रि में अवतरित होती है। जिसे हम सभी भगवान कृष्ण के रूप में पूजते है। भगवान कृष्ण के अवतार से लीला संवरण तक एक भी ऐसा कर्म नही किया जो मानवता के उद्वार के लिए न हो। भगवान श्रीकृष्ण जन्म बहुत ही विचित्र था कंस की मथुरा जेल में जहॉ चारो ओर कड़ा पहरा था वहां हुआ श्रीकृष्ण का जन्म अर्थात जन्म लेने से पहले ही उन्हे मारने की सारी तैयारियों हो चुकी थी।

आधासुर बकासुर त्रणावर्त धेनुकासुर न जाने कितने असुर उन्हें मारने आते पर सभी एक एक कर समाप्त होते गये कंस ने नया तरीका सोचा धनुष यज्ञ का आयोजन रचा अक्रूर जी को भेजा और श्रीकृष्ण को मथुरा बुला लिया वही यज्ञ शाला में मदमस्त कुबलियापीड हाथी तथा मुष्ठिक एवं चाणूर पहलवान उन पर टूट पडें परन्तु भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें भी धराशायी कर दिया। नेैेमिषधाम से आऐ आचार्यो ने आशीष बाजपेई मोहन बाजपेई सत्यम शर्मा अटल पांडे ने व्यास पीठ का पूजन आरती सम्पन्न कराया। आज डा.सत्यप्रकाश मिश्रा श्रीदत्त शुक्ला हरीशरण बाजपेई हरीओम मिश्रा सतीश वर्मा डीके सक्सेना अंकित आशुतोष मिश्रा डा.अवनीश बाजपेई सर्वेश कुमार अग्निहोत्री नीरज बाजपेई आदि ने व्यास पीठ का पूजन आरती सम्पन्न करायी।