उत्तर प्रदेश राज्य

शामली : दिन में मारा, रात को शव जलाकर नहर में फेंका, पहचान मिटाने के लिए पेट्रोल डालकर शव को जला दिया!

संवाद न्यूज एजेंसी, शामली।यूपी के शामली के माजरा रोड नई बस्ती निवासी कक्षा 11 के छात्र कमल की उसके तीन दोस्तों ने हत्या कर शव को गंदेवड़ा संगम के निकट नहर में फेंक दिया और पहचान मिटाने के लिए पेट्रोल डालकर शव को जला दिया। पुलिस ने अधजली हालत में शव को बरामद कर लिया। पुलिस का दावा है कि छात्रा से दोस्ती को लेकर हुए विवाद में यह हत्या की गई। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि एक अन्य आरोपी अभी फरार है।

दोस्त की बहन के बर्थडे पार्टी में गया था
सुरेंद्र रोहिला का पुत्र 16 वर्षीय कमल दो दिन पहले बृहस्पतिवार शाम को अपने दोस्त की बहन के यहां बर्थडे पार्टी में जाने की बात कहकर घर से साइकिल पर गया था। उसके बाद से वह लापता हो गया था। तलाश करने पर उसका पता न चलने पर आदर्श मंडी थाने पर पिता की तरफ से रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। एसपी रामसेवक गौतम ने बताया कि इस मामले में छात्र के मोहल्ले में रहने वाले हर्ष और गांव मुंडेट कला निवासी मंजीत को गिरफ्तार किया गया जबकि एक अन्य आरोपी तुषार निवासी दयानंदनगर फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।

दिन में मारा, रात को शव जलाकर नहर में फेंका
एसपी के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मृतक व आरोपी आपस में दोस्त हैं। मंजीत की एक छात्रा से दोस्ती थी। कुछ दिन पहले कमल की भी उस छात्रा से दोस्ती हो गई थी। इसे लेकर मंजीत अंदरखाने कमल से रंजिश रखने लगा। इसे लेकर पूर्व में मारपीट भी हुई थी। इसके बाद मंजीत ने हर्ष व तुषार के साथ मिलकर कमल की हत्या की योजना बनाई। हर्ष ने कमल को फोन कर बुलाया और उसे गांव मुंडेट कलां के निकट नाले पर खाली प्लॉट में ले गया। वहां पर कमल के साथ मारपीट की। सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गई। इसके बाद वे घर आ गए। रात को बाइक पर आरोपी शव को लेकर करीब 15 किलोमीटर दूर गंदेवड़ा संगम के निकट नहर पर ले गए और वहां शव को पेट्रोल डालकर जला दिया। एसपी ने बताया कि आरोपियों की निशानदेही पर छात्र का शव रात में बरामद कर लिया गया। आरोपियों की निशानदेही पर आरोपी का मोबाइल भी बरामद हो गया है। फरार आरोपी की तलाश की जा रही है।

तीन भाइयों का इकलौता चिराग था कमल
छात्र कमल के पिता धर्मेंद्र रोहिला चार भाई में तीसरे नंबर के हैं। सबसे बड़ा भाई सतेंद्र व नरेंद्र है जबकि सबसे छोटा जितेंद्र हैं। सतेंद्र व नरेंद्र की कोई संतान नहीं है। जबकि जितेंद्र के एक पुत्र व एक पुत्री है। धर्मेंद्र के कमल और उससे छोटी बहन पल्लवी है, जो कक्षा नौ में पढ़ती है। संतान न होने के कारण सतेंद्र व नरेंद्र भी कमल को ही अपना पुत्र मानते थे। इस तरह से कमल ही तीनों भाइयों का इकलौता चिराग था। कमल की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल बना है। नरेंद्र मुंडेट कलां गांव में रहता है जबकि अन्य तीनों भाई माजरा रोड नई बस्ती में रहते हैं।

आरोपी हर्ष परिवार के साथ करता रहा हमदर्दी का नाटक
छात्र के लापता होने की जानकारी मिलने पर परिजन जब उसकी तलाश में जुटे हुए थे हर्ष भी हमदर्दी दिखाने का नाटक करते हुए उनके साथ रहा, ताकि उस पर किसी तरह का कोई शक न हो सके, लेकिन आखिर में वह पुलिस की पकड़ में आ गया।

सीसीटीवी कैमरे से मिला सुराग
बृहस्पतिवार की शाम को परिजनों ने छात्र कमल की तलाश की, लेकिन जब उन्हें कहीं से कोई सुराग नहीं मिला तो गांव मुंडेट कलां में एक दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी तो कमल के साथ हर्ष जाता हुआ दिखाई दिया। इसके बाद तलाश के दौरान गांव के नजदीक नाले के निकट छात्र की साइकिल लावारिस हालत में मिली। इसके बाद हर्ष पर शक हुआ। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो कमल की हत्या किए जाने का खुलासा हुआ।

15 साल पहले किराये पर रहा हर्ष का परिवार
एसपी के मुताबिक हर्ष मूल रूप से जिला बागपत के बड़ौत के रहने वाला है। उसके पिता करीब 15 साल पहले परिवार के साथ काम के सिलसिले में शामली आए थे और कमल के पिता के घर पर कई साल तक किराये पर रहा था। हर्ष बागपत जिले में प्राइवेट फैक्टरी में काम करता है। तुषार शादीशुदा है और मजदूरी करता है। वह शुक्रवार दोपहर से ही मकान पर ताला लगाकर फरार हो गया था।

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