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“तुम कितने रुपये लोगे मुझे घर तक छोड़ने का?
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============= एक व्यक्ति अपने स्कूटर से घर जा रहा था। कुछ दूर जाने के बाद उसे सड़क पर एक बूढ़ी औरत दिखाई दी। जो कि बहुत ही थकी हुई सी लग रही थी और उसके चेहरे से मानों ऐसा लग रहा था कि वह उस सड़क पर बहुत समय से किसी यातायात […]
“नीलू भाग गई”…..काट दी भरे समाज मे हमारी नाक उसने…
कड़वा सत्य ============= ” नीलू भाग गई ” आज मोहल्ले मे हर किसी की जुबान पर यही बात थी । अठारह वर्षीय सीधी साधी सी नीलू जो घर से बाहर कदम ना रखती थी वो कैसे इतना बड़ा फैसला ले बैठी । और उसका किसी लड़के से चक्कर था ये बात तो किसी को हजम […]
ये काफ़ी है कि हम दुश्मन नहीं हैं…वफ़ा-दारी का दावा क्यों करें हम!!
कश्मीरा शाह चतुर्वेदी ========= नया इक रिश्ता पैदा क्यों करें हम बिछड़ना है तो झगड़ा क्यों करें हम ख़मोशी से अदा हो रस्म-ए-दूरी कोई हंगामा बरपा क्यों करें हम ये काफ़ी है कि हम दुश्मन नहीं हैं वफ़ा-दारी का दावा क्यों करें हम वफ़ा इख़्लास क़ुर्बानी मोहब्बत अब इन लफ़्ज़ों का पीछा क्यों करें हम […]