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”नए आये साहब” ने जैसे ही दफ़्तर में प्रवेश किया वो वहाँ के हालात देखकर आग बबूला हो गये
चित्र गुप्त ============== नए आये साहब ************ नए आये साहब ने जैसे ही दफ़्तर में प्रवेश किया वो वहाँ के हालात देखकर आग बबूला हो गये। साहब का आग बबूला होना ही उनके बड़े पद का परिचायक होता है। पहले तो सब कर्मचारियों ने यही सोचा था लेकिन थोड़ी देर बाद ही उनको अपनी गलती […]
बाग़ उजड़ गए….द्वारिका प्रसाद अग्रवाल की कृति
द्वारिका प्रसाद अग्रवाल Lives in Bilaspur, Chhattīsgarh, India ========= बाग उजड़ गए : ========= बाग उजड़ गए बिही के. बिही जिसे अमरूद भी कहा जाता है, मेरे बिलासपुर के आसपास इसकी बेतरह पैदावार हुई करती थी. बिलासपुर से तखतपुर तक हज़ारों एकड़ जमीन, जिसे स्थानीय बोलचाल की भाषा में ‘बिही बाड़ी’ या ‘बिही बगैचा” कहते […]
*मायके वाले आ रहे हैं*
Laxmi Kumawat ======= * मायके वाले आ रहे हैं * इस कहानी की प्रमुख किरदार है काव्या। काव्या राजेन्द्र जी और रजनी जी की बहू, विराज की पत्नी है। काव्या की एक दो साल की बेटी नायरा भी है। छोटा सा परिवार है। काव्या की शादी को चार साल पूरे हुए हैं। इसी उपलक्ष्य में […]