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वीरों को भूमि राजस्थान में पहुंची राहुल गाँधी की #BharatJodoYatra : वीडियो, तस्वीरें और रिपोर्ट

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक वीडियो शेयर कर मीडिया में अपनी छवि को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने राजनीति में कदम रखा था तो मीडिया 5-6 साल तक उनकी प्रशंसा करता रहा। राहुल ने कहा कि ‘मीडिया 24 घंटे मेरी वाह-वाह करते नहीं थकता था लेकिन अब कुछ ऐसा हुआ कि सब बदल गया।

राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा से संबंधित एक वीडियो शेयर किया। जिसमें राहुल ने कहा कि ‘जब मैं राजनीति में आया तो देश का सारा मीडिया 2008-09 तक 24 घंटे मेरे लिए ‘वाह, वाह’ करता था। आपको याद है? फिर मैंने दो मुद्दे उठाए और सब कुछ बदल गया।’ यह वीडियो राहुल गांधी की भारत जोड़ा यात्रा और राजनीति के उनके पुराने दिनों का कलेक्शन है।

मैंने दो मुद्दे उठाए और मीडिया का तमाशा शुरू हो गया
राहुल गांधी ने कहा कि ‘आपको याद है ? राजनीति में प्रवेश करते ही मैंने दो मुद्दे उठाए। एक था नियमगिरी और दूसरा मुद्दा भट्टा पारसौल का था। मैंने गरीबों की बात की। जब मैंने जमीन पर गरीबों के अधिकारों की रक्षा की बात की तो मीडिया का तमाशा शुरू हो गया। हम आदिवासियों के लिए पेसा कानून और उनके भूमि अधिकार के लिए नए कानून लाए। ठीक इसके बाद मीडिया ने 24 घंटे मेरे विरोध में लिखना शुरू कर दिया।’

वीडियो में राहुल गांधी ने भाजपा पर जमकर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारत की संपत्ति जो मूल रूप से महाराजाओं की थी, संविधान के माध्यम से जनता को दी गई थी लेकिन भाजपा इसका उल्टा कर रही है। भाजपा उन संपत्तियों को जनता से लेकर ‘महाराजाओं’ को वापस दे रही है।


मेरी छवि खराब करने की कोशिश में, भाजपा मुझे और ताकत देगी
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा ने मेरी छवि खराब करने के लिए करोड़ो रुपये खर्च किया है लेकिन खूबी यह है कि ऐसी हरकतें काम नहीं करती। सत्य को इधर-उधर से सिर फोड़ने की गंदी आदत होती है। जितना अधिक वे मेरी छवि को खराब करने के लिए खर्च करेंगे, वे मुझे और अधिक ताकत देंगे क्योंकि सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता। जब आप किसी बड़ी ताकत से लड़ते हैं, तो आप पर व्यक्तिगत हमला किया जाएगा। इसलिए मुझे पता है कि जब मुझ पर व्यक्तिगत हमला होता है तो मैं सही रास्ते पर हूं। राहुल गांधी ने कहा कि ये सब मेरे गुरु हैं। यह मुझे सिखाता है कि किस पक्ष को चुनना है और मैं अपनी लड़ाई में आगे बढ़ रहा हूं। जब तक मैं आगे बढ़ रहा हूं, तब तक सब ठीक है।


राहुल ने उठाया था नियामगिरी और परसौल भूमि अधिग्रहण का मुद्दा
बता दें कि राहुल गांधी ने ओडिशा में वेदांता के खनन अभियान के लिए नियामगिरी भूमि अधिग्रहण का विरोध किया था। आखिरी में वेदांता को खदान की मिली हुई अनुमति निरस्त हो गई। उत्तर प्रदेश के भट्टा, परसौल में भूमि अधिग्रहण को लेकर 2011 में बड़े पैमाने पर किसानों का विरोध देखा गया। राहुल गांधी ने तत्कालीन मायावती सरकार के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन का दौरा किया था।