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विहिप ने नूंह में महापंचायत करने का निर्णय लिया, दूसरे इलाकों में भी हालात बिगड़ने की संभावना : रिपोर्ट

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नूंह हिंसा में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। हरियाणा के कई दूसरे इलाकों में भी हिंसा फैलने के समाचार हैं। इसी बीच नूंह के जिस मंदिर के पास शोभायात्रा पर पथराव के बाद हालात बिगड़े हैं, उसके आसपास के गांवों में महापंचायत करने का निर्णय लिया गया है। इन महापंचायतों में नूंह में पैदा हुई परिस्थिति पर विचार करते हुए इसके समाधान पर विचार किये जाने का दावा किया जा रहा है।

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने शोभायात्रा को जल्द ही दुबारा शुरू कर उसे पूरा करने की योजना बनाई है। तनाव को देखते हुए नए सिरे से शोभायात्रा शुरू होने पर दूसरे इलाकों में भी हालात बिगड़ने की संभावना है। बजरंग दल ने नूंह हिंसा के विरोध में दो अगस्त यानी बुधवार को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया है। इससे भी तनावग्रस्त इलाकों में शांति बनाए रखने की चुनौती बढ़ गई है।

Wasim Akram Tyagi
@WasimAkramTyagi
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि ये अचानक हुई हिंसा नहीं है, किसी ने ज़हर घोला है और हिंसा पूरी साजिश के तहत की गई है। सवालय यह है कि साज़िशकर्ता कौन हैं? सोशल मीडिया पर उन तमाम दंगाईयों के वीडियो मौजूद हैं जो नफ़रती भड़काऊ बयान जारी कर रहे थे, पुलिस प्रशासन उन्हें रोकने में विफल रहा है।
@anilvijminister
उसका संज्ञान नहीं लेंगे?

Mohammad Shaheen
@ShahinabulalaA
2024 के जनरल इलेक्शन तक पुरे इंडिया में दंगे फसाद ज़बरदस्त तरीके से करवायेजायेंग। क्यों की 10 साल में सरकार ने ऐसा कुछ किया ही नहीं हैं जिसके दम पर वोट मांग सकें। इसलिए हिन्दुओं को जज़्बाती बना कर चुनाव जीतने की ज़मीन तैयार की जारही हैं। नतीजा यह हैं की पुरे इंडिया में सांप्रदायिक दंगे हो रहे हैं खास कर के बीजेपी शासित प्रदेशों में।

नूंह हिंसा में हरियाणा सरकार की ओर से सबसे गंभीर लापरवाही उजागर होने की बात कही जा रही है। राज्य का प्रशासन इतने बड़े पैमाने पर हिंसा किए जाने की तैयारी की सूचना से वंचित रही। पुलिस और प्रशासन को इसका पता नहीं चल सका, इसको लेकर हरियाणा सरकार की कड़ी आलोचना की जा रही है।

जिस तरह पलवल सहित दूसरे इलाकों में हिंसा हो रही है, इससे इन इलाकों में पंचायत किए जाने से माहौल खराब हो सकते हैं। इसके पहले भी हरियाणा की महापंयतों में कुछ हिन्दू नेताओं के द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लिए आपत्तिजनक बयानबाजी की गई थी जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया था। इस बार इस तरह की घटना न होने पाए इससे निपट पाना प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती होगी।

विहिप ने दावा किया है कि नल्हड़ महादेव का मंदिर तीन ओर से पहाड़ियों से घिरा है। केवल एक तरफ से आने-जाने का रास्ता है। कथित तौर पर हिंसा होने के बाद इस मार्ग को भी बाधित कर दिया गया था, जिससे मंदिर में छिपे लोगों की सहायता के लिए पुलिस या किसी अन्य तरह की सहायता नहीं पहुंच सके। इसमें पुलिस प्रशासन की गंभीर लापरवाही सामने आ रही है।

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विहिप के संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेंद्र जैन ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि जिस तरह यात्रा के प्रारंभ होने के मात्र 15 मिनट के अंदर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया, उससे यह साफ होता है कि पहले से ही हिंसा किए जाने की तैयारी कर ली गई थी। नलहड़ महादेव के मंदिर में छिपे लोगों पर भी पथराव किया गया है। पुलिस की सहायता के बाद लोगों को उनके घर पहुंचाया जा सका। विहिप नेता ने कहा कि चाहे हिंदुओं का त्योहार हो या मुसलमानों का, हिंदू समुदाय पर ही आक्रमण किया जाता है। सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क और असदुद्दीन ओवैसी ने इसे प्रतिक्रिया में की गई हिंसा करार दिया है। विहिप ने इन नेताओं के बयानों पर गंभीर आपत्ति जताई है।