नई दिल्ली:फुटबॉल दुनिया के सबसे मशहूर और कामयाब मिस्र के मुस्लिम फुटबॉलर मोहम्मद सलाह को कौन नही जानता है,मोहम्मद सलाह ने अपने शानदार खेल और लीवरपूल में इंसानियत का बहतरीन मुज़ाहिरा किया है।जिससे खुश होकर सऊदी अरब सरकार ने उन्हें मक्का में ज़मीन देने का ऐलान किया है।मोहम्मद सलाह के खेल से हर कोई परसन्न है इसी लिये प्रोफेशनल फुटबॉलर एसोसिएशन ने उन्हें प्लेयर ऑफ द ईयर अवार्ड 2017-18 का खिताब भी दिया है।
सलाह एक 25 वर्षीय मिस्री खिलाडी हैं। जिन्होंने अपने पहले ही वर्ष में इंग्लिश टीम की तरफ से खेलते हुए 41 गोल किये और इंग्लैंड में सुपरस्टार की स्थिति हासिल की और दुनिया भर में भी मशहूर हुए।
इस महीने युइएफए चैंपियंस लीग का फाइनल होना है, जो की स्टार फुटबॉलर रोनाल्डो की टीम रियल मेड्रिड और लीवरपूल -मोहमम्द सलाह की टीम, के बीच होना है और यह फाइनल रमजान के महीने में आ रहा है।
ब्रिटिश मीडिया के अनुसार युइएफए चैंपियंस लीग फाइनल के दिन लीवरपूल के मुस्लिम विंगर मोहम्मद सलाह और सदीओ मने रोजा रखेंगे।
चैंपियंस लीग का फाइनल मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान के बीच में आ रहा है, जिसके दौरान सभी मुस्लिमों को खाने और पानी से दूर रहना होता है।
ऐसे में मोहम्मद सलाह के फैन्स के लिए मुसीबत यह बनी हुई थी की क्या वह इस दिन रोजा तोड़ेंगे या नहीं। लेकिन मोहम्मद सलाह और मने ने अपने फैन्स को निराश नहीं किया और उस दिन रोजा ना तोड़ने के लिए कहा।
Mohamed Salah intends to fast for Ramadan for the CL final. A man of faith and I respect that 🙏🏼 https://t.co/B3sxgYGsGw
— Moby (@Mobyhaque1) May 23, 2018
रिपोर्टों के मुताबिक, सलाहा, जिन्होंने रोजा तोड़ने के विचार को निर्णायक रूप से खारिज कर दिया था, उनका मानना है कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है वह इससे प्रभावित नहीं होंगे।
डेली सबाह के अनुसार सालाह के नेतृत्व में लिवरपूल, जिन्होंने एनफील्ड में अपने पहले सत्र में सभी प्रतियोगिताओं में 44 गोल किए, 26 मई को एनएससी ओलिंपिस्की स्टेडियम में चैंपियंस लीग में रियल मेड्रिड के दो साल के राज को खत्म करने की कोशिश करेंगे।
इसी महीने मिस्र एवं लिवरपूल के स्टार फॉरवर्ड मोहम्मद सलाह को इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) प्लेयर ऑफ द सीजन अवार्ड से सम्मानित किया गया था. 25 वर्षीय सलाह इटली लीग में खेलने के बाद इस सीजन की शुरुआत में लिवरपूल से जुड़े और अभी तक 31 गोल दाग चुके थे।
लिवरपूल की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, सलाह ने पुरस्कार ग्रहण करने के बाद कहा कि मेरे दिमाग में यह बात थी कि मुझे प्रीमियर लीग में वापस आना है और लोगों के सामने शानदार प्रदर्शन करना है जिन्होंने कहा था कि मैं लीग में पहली बार में सफल नहीं हो पाया था।
https://twitter.com/TeamFA/status/999291863319433216?s=19
सलाह पहली बार 2014 में ईपीएल की टीम चेल्सी से जुड़े थे लेकिन दो सालों में केवल 19 मैच ही खेल पाए थे। इसके बाद वे फिओरेंतिना और फिर वहां से रोमा में गए और फिर 4.6 करोड़ डॉलर में लिवरपूल से जुड़े। लिवरपूल चैंपियंस लीग के फाइनल तक पहुंचा जहां उसका मुकाबला रियल मैड्रिड से होगा।
फाइनल तक के इस सफर में लिवरपूल के लिए सलाह का प्रदर्शन लाजवाब रहा है। सलाह पहले ही साल 2017-18 के लिए प्रोफेशनल फुटबॉलर्स एसोसिएशन का प्लेयर ऑफ द ईयर और फुटबॉल राइटर्स एसोसिएशन का पुरस्कार जीत चुके हैं।