https://youtu.be/CA1sfNsFkNo
विपक्ष के एक और नेता के जेल जाने की संभावनाएँ लगभग पक्की। नेता कांग्रेस पार्टी से नही है…जानकारी के मुताबिक विपक्ष के एक बड़े नेता की बहुत जल्द गिरफ़्तारी होना तै हुआ है, राहुल गाँधी के लोकसभा की सदस्य्ता रद्द हो चुकी है और वो अगले 6 साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते हैं, विपक्षी पार्टियों के दर्जनों नेताओं के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, TMC, RJD, BRS, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, शिव सेना उद्धव ठाकरे ग्रुप, आम आदमी पार्टी आदि के अनेक नेता हैं जिनको किसी भी समय ED, CBI गिरफ्तार कर सकती है
आम आदमी पार्टी के दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत कई नेता जेल में हैं, रजद के नेता लालू प्रसाद यादव, उनके पुत्र तेजस्वी यादव, लालू यादव की पुत्री मीसा भारती, लालू यादव की पत्नी ED, CBI के राडार पर हैं, आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविन्द केजरीवाल शराब निति मामले में हिट लिस्ट में शामिल हैं, तेलंगाना के मुख्यमंत्री की बेटी दिल्ली शराब मामले में गिरफ्तारी की ज़द में हैं, इसी तरह ममता बनर्जी की पार्टी में उनका भतीजा, भतीजे की पत्नी व् अन्य कई नेता सत्ता पक्ष के टारगेट पर हैं, इधर उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखलेश यादव को भी गिरफ्तार किया जा सकता है, गिरफ्तारी के लिए कोई आधार का होना लाज़मी नहीं है, विपक्ष होना काफ़ी है
https://youtu.be/WaAtl0KJC0Y
देश में जो राजनैतिक माहौल है उसमे लेखक, बुद्धिजीवी, फ़िल्मकार, कलाकार, पत्रकार, विपक्ष के नेता जो सत्ता पक्ष से सवाल करते हैं, सत्ता पक्ष के खिलाफ बोलते हैं, लिखते हैं उनमे से कभी भी किसी के साथ कुछ भी हो सकता है,
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अप्रैल महिने में किसी भी समय आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल या RJD नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव में से किसी एक को गिरफ्तार किया जा सकता है, बिहार ही ऐसा राज्य है जहाँ पर अभी तक हिंदी बेल्ट में बीजेपी अपने दम पर कभी सत्ता में नहीं आयी है, 2024 के चुनावों में एक साल का समय बाक़ी रह गया है, बिहार से मिल रही चिनौती बीजेपी के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है, तेजस्वी यादव की गिरफ्तारी अगर हो जाती है तो बिहार से शुरू हुई विपक्षी एकता की बात कमज़ोर पड़ जाएगी, नितीश कुमार अकेले पड़ जायेंगे, ऐसे में बिहार में एक जुट नज़र आ रहे दलों में टूट होने की उम्मीदें लगायी जा रही है, वहीँ अगर अरविन्द केजरीवाल गिरफ्तार होते हैं तो आम आदमी पार्टी का पूरा सर्वच्य नेतृत्व बिखर जायेगा, आप पार्टी के कई बड़े नेता इस समय जेल में हैं और अगर केजरीवाल गिरफ्तार होते हैं तो आम आदमी पार्टी नेतृत्व विहीन हो जायेगा, अरविन्द केजरीवाल ने राहुल गाँधी की लोकसभा की सदस्य्ता रद्द होने के बाद सबसे पहले प्रतक्रिया दी थी, उन्होंने प्रधनमंत्री को न सिर्फ कम पढ़ा लिखा बताया था बल्कि कहा था कि केवल राहुल गाँधी की बात नहीं है, सभी विपक्षी पार्टियों को एक साथ आना होगा, केजरीवाल ने जिस तरह से विपक्षी एकता की बात की है और राहुल गाँधी का पक्ष लिया था उसी समय से सत्ता पक्ष बेचैन है, अगर विपक्षी एकता होती है और कांग्रेस पार्टी के साथ आम आदमी पार्टी भी आजाती है तो 2024 में बीजेपी का सत्ता में आना एक सपना भर साबित हो सकता है, आम आदमी पार्टी की दो राज्यों में सरकार चल रही है, साथ ही देश के कई अन्य राज्यों में आप पार्टी का बड़ा नेटवर्क और वोट मौजूद हैं, गुजरात, महराष्ट्र, गोवा, उत्तराखंड, असम आदि राज्यों में आम आदमी पार्टी बड़ी ताकात है, अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ अगर गिरफ्तारी की कार्यवाही होती है तो ये भी माना जा रहा है कि इस सूरत में केजरीवाल के प्रति जनता की सहनभूति बढ़ेगी और अगले चुनाव में मोदी और केजरीवाल आने सामने होंगे, ऐसे में कांग्रेस की अहमियत कम हो जाएगी, इसी को कहते हैं चित भी अपनी और पट भी अपनी,,,,,रंगा ख़ुश
https://www.youtube.com/watch?v=dojqhwUnK7g