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विधायक फतेह बहादुर सिंह ने कहा-पत्थर में प्रांण डालने का दावा करने वाले देश को गुमराह कर रहे है : 22 जनवरी को भारत में क़ानून पर आस्था की जीत का जश्न, वीडियो

22 जनवरी को भारत में क़ानून पर आस्था की जीत का जश्न, वीडियो

 

भारत में 22 जनवरी को क़ानून पर आस्था की हुई जीत का जश्न मनाए जाने की तैयारियां ज़ोरों पर है, बाबरी मस्जिद के स्थान पर बनाए जा रहे राम मन्दिर के उद्घाटन समारोह में सरकारी तंत्र पूरी तरह लीन नज़र आ रहा है, वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस विवादित समारोह से अपनी दूरी बनाने का एलान कर दिया है, जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रही है

सोर्स : पारस टुडे हिंदी

पत्थर में प्रांण डालने का दावा करने वाले देश को गुमराह कर रहे हैः बहादुर सिंह

राजद नेता ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट इस बात की पुष्टि करती है कि अयोध्या में राम मंदिर के अवशेष नहीं मिले थे।

भारतीय संचार माध्यमों के अनुसार राजद नेता बहादुर सिंह का कहना है कि बाबरी मस्जिद को तोड़े जाने के बाद अयोध्या में राम मंदिर के अवशेष मिले ही नहीं थे। वे कहते हैं कि इस बात की पुष्टि सुप्रीम कोर्ट भी करती है।

डिहरी से आरजेडी के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने बुधवार को अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की बैठक में जमुई में कहा कि 22 जनवरी को भगवान राम में प्रांण डाले जाएंगे। तो क्या इससे पहले रामचन्द्र जी प्राणहीन थे?

बहादुर सिंह ने कहा कि जो लोग पत्थर में प्रांण डालने की बातें कर रहे हैं उनकी एक लिस्ट बनाकर एसे लोगों को देश की सीमाओं और देश के सभी अस्पतालों में तैनात कर देना चाहिए ताकि वे लोग, मरने वालों में प्रांण डाल सकें। राजद नेता ने कहा कि पत्थर में प्राण डालने की बात करके बीजेपी, देश में अंघविश्वास फैलाने का काम कर रही है।

विधायक फतेह बहादुर सिंह के अनुसार अगर मंदिर से ही सबकुछ होना था तो कोरोना काल में अस्पतालों को बंद करके मरीज़ों को मंदिरों में भेज देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि एसे ही लोगों ने सिद्ध किया है कि मंदिर में कोई शक्ति नहीं है। जहां पर कोई शक्ति न हो उसमे देश के अरबों रुपये खर्च करने का कोई औचित्य नहीं है। आरजेडी नेता ने कहा कि राजनीतिक दलों का काम मंदिर या मस्जिद बनवाना नहीं है बल्कि उनका काम, जनता का विकास करना है।