सेहत

लिवर डैमेज की स्थिति के साथ भी ऐसा ही है

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पाचन का ठीक रहना जरूरी है और पाचन ठीक रहे इसके लिए आवश्यक है कि आपका लिवर ठीक तरीके से काम करते रहे। लिवर में होने वाली किसी भी तरह की समस्या का शरीर पर कई प्रकार से नकारात्मक असर हो सकता है।

लिवर, रक्त से विषाक्त पदार्थों को निकालता है, रक्त शर्करा के स्तर को ठीक बनाए रखता है और रक्त के थक्के को नियंत्रित करता है। लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के कारण लिवर से संबंधित बीमरियों का खतरा अधिक हो सकता है।

लिवर में होने वाली समस्याओं पर अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो इससे लिवर डैमेज होने का भी खतरा हो सकता है। लिवर में होने वाली गंभीर समस्याएं जानलेवा भी हो सकती हैं इसलिए जरूरी है कि शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग का विशेष रूप से ख्याल रखा जाए।

लिवर डैमेज का खतरा

लिवर की कई बीमारियों में शुरुआती स्थिति में कोई भी लक्षण नजर नहीं आते हैं, लिवर डैमेज की स्थिति के साथ भी ऐसा ही है। लिवर डैमेज या सिरोसिस की समस्या जानलेवा हो सकती है, इसलिए इसके कुछ संकेतों को पहचानना जरूरी है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, लिवर की ज्यादातर बीमारियों के लिए अल्कोहल का सेवन करना प्रमुख कारक माना जाता रहा है, पर जो लोग शराब नहीं भी पीते हैं उनमें भी लिवर की क्षति का खतरा हो सकता है। पीलिया, त्वचा में खुजली और अंगों में सूजन जैसे लक्षण इस बात के संकेत हैं कि आपका लिवर ठीक नहीं है या इसमें कोई बीमारी हो सकती है।

इन लक्षणों पर दें ध्यान

लिवर का प्रमुख कार्य विषाक्त पदार्थों का ब्रेक डाउन करना होता है। लिवर में होने वाली किसी भी प्रकार की बीमारी या लिवर डैमेज की स्थिति में शरीर में विषाक्त पदार्थों के बढ़ने का खतरा हो सकता है। इस तरह की स्थिति में आपको थकान, अस्पष्टीकृत रूप से वजन घटने, भूख में कमी होने और अक्सर उल्टी महसूस होते रहने की समस्या हो सकती है।

डॉक्टर से मिलकर लिवर की जांच के माध्यम से इस अंग में होने वाली किसी भी तरह की समस्या का समय रहते पता लगाने में मदद मिल सकती है।

त्वचा से संबंधित दिक्कतें

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, लिवर की बीमारियों में त्वचा से संबंधित समस्याओं के विकसित होने का खतरा देखा जाता है। लिवर में समस्या के कारण बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है जिसके कारण आपको पीलिया होने का खतरा हो सकता है। बार-बार पीलिया होते रहना इस बात का संकेत है कि लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा है।

इसके अलावा लिवर में होने वाली समस्या के कारण रक्तप्रवाह से विषाक्त पदार्थों की मात्रा बढ़ने लगती है जिसके परिणामस्वरूप थकान, सिरदर्द और त्वचा संबंधी समस्याएं होती हैं।

शरीर में बढ़ सकती है सूजन की दिक्कत

लिवर में होने वाली बीमारियों का एक प्रमुख संकेत मूत्र में होने वाली समस्या भी है। आपको पेशाब के रंग में गाढ़ापन या अधिक पीलापन महसूस हो सकता है।

लिवर की समस्या के कारण फ्ल्यूड रिटेंशन की भी दिक्कत हो सकती है, जो शरीर के कई अंगों में सूजन की दिक्कत बढ़ाने वाली मानी जाती है, विशेषकर पैरों और टखनों में सूजन की समस्या संकेत है कि लिवर में किसी प्रकार की दिक्कत हो सकती है। इन स्थितियों पर गंभीरता से ध्यान देना आवश्यक हो जाता है।

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अस्वीकरण: लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर तीसरी जंग हिंदी किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।