ravish kumar
@ravishndtv
माननीय प्रधानमंत्री जी,
क्या आप बिल्कुल ही एक भाषण बिना इस तरह के झूठ के नहीं दे सकते? हमने तो बचपन से तमाम दलों की सरकारों में कभी नहीं देखा कि हनुमान चालीसा पढ़ने से रोका जा रहा है। हनुमान मंदिरों में सुबह-शाम मधुर आरती होती रही है। जगह-जगह पर असंख्य हनुमान मंदिर बने हैं और लोग चालीसा पाठ करते रहे हैं। तमाम हाउसिंग सोसायटी में मंदिर बने हैं। मंदिर ही बने हैं। आपके प्रधानमंत्री बनने के पहले से बनते रहे हैं। आप इस तरह का झूठ कहाँ से लाते हैं कि कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा पढ़ने नहीं दिया जाता था। कभी तो जनता के बीच सच बोल दीजिए। आप हनुमान जी के नाम पर भी झूठ बोल सकते हैं ?
आज भी आपकी कई सभा होगी। कम से कम एक सभा में आप एलान कर दीजिए कि मैं किसी धर्म का नाम नहीं लूँगा। पूजा पाठ, मंदिर, भगवान का नाम नहीं लूँगा, केवल अपने काम पर बोलूँगा। आपकी सरकार ने कई पैम्फलेट छपवाए होंगे, वही पढ़ दीजिए।
कम से कम अपनी पार्टी का मेनिफेस्टो ही पढ़ दीजिए। कोशिश तो कीजिए। हो जाएगा। फिर भी नहीं होता है तो राहुल गांधी का ही कोई भाषण लेकर पढ़ दीजिए। कोशिश तो कीजिए, हो जाएगा।
क्या कल के अख़बार में हम ऐसी हेडिंग देख सकते हैं कि
मोदी के भाषण से मंदिर मुसलमान ग़ायब, भाषण में कुछ नहीं था।
Shadab Chauhan شاداب چوہان
@shadab_chouhan1
मोदी जी को मिली RSS की चेतावनी।
संघ प्रमुख
@DrMohanBhagwat
जी ने
@narendramodi
जी को निर्देशित किया है कि अगर भाजपा की 270 नहीं आई तो प्रधानमंत्री आप नहीं
@nitin_gadkari
जी प्रधानमंत्री बनेंगे, कुछ भी करो कैसी भी बयान दो लेकिन 272 सीट लाओ अगर प्रधानमंत्री बनना है।
आरएसएस के अपने सर्वे में 212 सीट आ रही है, बाकी भाजपा हार रही है,मोदी के खिलाफ ठाकुर, ओबीसी और दलितों में जबरदस्त गुस्सा है मोदी के खिलाफ।
आने वाले दिनों में मुसलमानों के खिलाफ आक्रमक बयान आयेंगे,अपने पसंदीदा पाकिस्तान की बात करेंगे, सेना के नाम पर वोट मांगेंगे, अपने को कमजोर बताने का नाटक करेंगे क्योंकि सरकार जा रही है उन्हें भी पता चल गया।
देश में जो भी भाजपा के भ्रष्टाचार की सच्चाई सामने ला रहा है या फिर भाजपा की देश को नुक़सान पहुँचानेवाली राजनीति के ख़िलाफ़ बोलने की हिम्मत कर रहा है, उसे तरह-तरह से डराया-फँसाया और धमकाया जा रहा है। लेन-देन में घपले की झूठी आशंका के नाम पर, झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।
भाजपा को… pic.twitter.com/1JtzygV5Mi
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 24, 2024
डिस्क्लेमर : लेखक के निजी विचार हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं है
GF की सगाई कही और होने से आहत प्रेमी ने किडनेप के बाद युवती को मार डाला.. 4 पर FIR
UP : प्रतापगढ़ से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया जहां सगाई की खुशियां एक सिरफिरे की सनक की भेंट चढ़ गईं।प्रतापगढ़ में एक सिरफिरे आशिक ने प्रेमिका शालू को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। प्रेमिका की दूसरी जगह शादी तय होने से ये सनकी प्रेमी खफा था, इसलिए उसने ये खौफनाक कदम उठाया। शालू के पिता तुलसीराम के घर पर शादी का जश्न मातम मे बदल गया। इस मामले मे प्रेमी जयचंद सहित 4 लोगो पर किडनेप के बाद मर्डर की FIR दर्ज कराई गई है।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद ही RLD – बीजेपी के बीच शुरू हुआ घमासान
‘RLD नेता, कार्यकर्ता स्वाभिमान बेचकर समझौता नहीं करेंगे।गठबंधन के बाद भी हमें नहीं मिल रहा सम्मान।अपनी जेब से पैसे हम खर्च करें, संसद जाएंगी हेमा मालिनी’।
मथुरा से RLD के प्रदेश उपाध्यक्ष कुंवर नरेंद्र… pic.twitter.com/OSS6PdkN2F— TRUE STORY (@TrueStoryUP) April 24, 2024
SC मे माफीनामा रिजेक्ट होने के बाद #Patanjali ने दैनिक अखबारों मे 1/4 पेज का विज्ञापन- माफीनामा छपवाया है। कोर्ट ने इससे पहले विजिटिंग कार्ड साइज का माफीनामा प्रकाशन कराने पर #Ramdev #PatanjaliAyurved की खिचाई की थी।
SC मे फिर रिजेक्ट हुआ माफ़ीनामा…
67 अखबारों मे विज्ञापन देकर 10 लाख खर्च किये… पतंजलि के इस तर्क को कोर्ट ने स्वीकार नहीं किया… विज्ञापन के स्मॉल साइज पर सवाल
दिल्ली सुप्रीम कोर्ट मे एलोपैथी दवाओं के खिलाफ विज्ञापन और पतंजलि आयुर्वेद द्वारा अपनी दवाओं के लिए ‘भ्रामक दावों’ पर अदालत की अवमानना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को फिर सुनवाई हुई। जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की बेंच ने जब इस मामले की सुनवाई की, तब कोर्ट रूम में योगगुरु रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण मौजूद थे।योगगुरु रामदेव की मौजूदगी में पतंजलि की ओर से पेश हुए वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पतंजलि ने 67 अखबारों में माफीनामा दिया है।जिसमें कंपनी के 10 लाख रुपए खर्च हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने रामदेव के माफीनामे को एक बार फिर से स्वीकार नहीं किया और कहा कि मामले की सुनवाई 30 अप्रैल को होगी और अगली सुनवाई में रामदेव और बालकृष्ण को पेश होना होगा। अदालत माफ़ीनामे के ऐड के साइज को लेकर खफा दिखी।
अदालत ने पूछा कि “ये उतने ही साइज का माफीनामा है, जितना बड़ा आप अख़बार को रूटीन मे विज्ञापन देते हैं? अदालत ने पूछा क्या आप हमेशा इतने साइज का ही विज्ञापन देते है?”… जब पतंजलि के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि कंपनी ने विज्ञापन पर लाखों खर्च किए हैं, तो अदालत ने जवाब दिया कि इसकी हमें कोई चिंता नहीं है…