

Related Articles
अदिति -इसी नगर में एक बहुत बड़ा ‘सक्सेना’ रहता था
मधुसूदन उपाध्याय अदिति -१ _________ प्राचीन समय की बात है। इतना प्राचीन कि उस समय आदिमानव अभी इन्स्टा, टिंडर और ओयो का आविष्कार भी नहीं कर पाया था। व्हाट्स ऐप, फेसबुक और ट्विटर जैसी पाषाण कालीन चीजें ही अस्तित्व में थीं। विशाल भारतवर्ष की महासागरीय जनसंख्या में एक महानगर था नखलऊ। नखलऊ, सुनते हैं, उर्दू […]
कभी तक़दीर का मातम कभी दुनियाँ से गिला
मधुसूदन उपाध्याय =============== कभी तकदीर का मातम कभी दुनियाँ से गिला _____________________________________ इस शीर्षक से शकील बंदायूनी की एक गजल के एक मकते को आधार बना कर यह लिख रहा हूँ। शुद्ध मन से तथा ईश्वर को साक्षी रखकर । जो लोग भाग्य नहीं मानते उनके लिए यह सब कुछ एक बार सोचने का विषय […]
क़ितराह: एक सुगंध, जो सबके मन मस्तिष्क को खुशनुमा बना देना चाहती है-लेखिका- Sushma Gupta
चित्र गुप्त ================= क़ितराह: एक सुगंध, जो सबके मन मस्तिष्क को खुशनुमा बना देना चाहती है। ************ उपन्यास की नायिका क़ितराह या कितारा एक ऐसी लड़की है जिसका वर्णन पढ़कर एक बार, बस एक बार उसे देख लेने की चाह ही पूरे जीवन का उद्देश्य बन जाए। कितारा वही कस्तूरी है जिसकी तलाश में मृग […]