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मत करो घमंड इतना कि मैं किसी को खिला रहा हूँ…क्या पता हम खुद किसके भाग्य से खा रहे हैँ!
Apna mohalla-अपना मोहल्ला ======== एक रेस्टोरेंट में कई बार देखा गया कि, एक व्यक्ति (भिखारी) आता है और भीड़ का लाभ उठाकर नाश्ता कर चुपके से बिना पैसे, दिए निकल जाता है। एक दिन जब वह खा रहा था तो एक आदमी ने चुपके से दुकान के मालिक को बताया कि यह भाई भीड़ का […]
निराशा से बचने के लिए जीवन में विविधता का होना भी आवश्यक : लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़िये!
Laxmi Sinha =================== निराशा की एक बड़ी कारण होती है दूसरों से बड़ी-बड़ी अपेक्षाएं करना और जीवन के यथार्थ को स्वीकार नहीं कर पाना । जैसा हम सोचते हैं वैसे ही सारा संसार सोचने लगे, ऐसा सोच हमारी निराशा का कारण बनती है। वर्तमान को छोड़कर भूत एवं भविष्य में अत्याधिक विचारण करना भी निराशा […]
“क़र्ज़”……जब सुहानी गर्भवती होने पर अपने घर पंजाब जा रही थी…
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============= ” कर्ज……. विवाह के दो वर्ष हुए थे जब सुहानी गर्भवती होने पर अपने घर पंजाब जा रही थी …पति शहर से बाहर थे … जिस रिश्ते के भाई को स्टेशन से ट्रेन मे बिठाने को कहा था वो लेट होती ट्रेन की वजह से रुकने में मूड में नहीं था […]