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रूस के पास अमेरिका और नेटो के किसी भी हमले को शिकस्त देने की सामरिक ताक़त मौजूद है : पूतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पूतिन ने रूस के नौसेना दिवस पर नए नैवल डाक्ट्रायन पर हस्ताक्षर किए जिसमें अमरीका को रूस के अहम प्रतिद्वंद्वी के तौर पर पेश किया गया है आर्कटिक महासागर और कालासागर जैसे अहम इलाक़ों के लिए रूस के वैश्विक समुद्री लक्ष्यों को रेखांकित किया गया है।

रूस के नौसेना दिवस पर सेंट पीटर्ज़बर्ग में बात करते हुए रूसी राष्ट्रपति पूतिन ने ज़ार की सराहना जिन्होंने रूस को बड़ी समुद्री ताक़त बनाया और वैश्विक हैसियत दिलाई।

नैवी का मुआइना करने के बाद पूतिन ने एक संक्षिप्त भाषण दिया जिसमें उन्होंने रूस के ग़ैर मामूली ज़रकोन हाइपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल का उल्लेख किया और कहा कि रूस के पास किसी भी संभावित हमले को शिकस्त देने की सामरिक ताक़त मौजूद है।

अपनी तक़रीर से कुछ देर पहले रूसी राष्ट्रपति ने 55 पन्नों पर आधारित डाक्ट्रायन पर हस्ताक्षर किए जो रूस की नौसेना के व्यापक स्ट्रैटेजिक लक्ष्यों को निर्धारित करता है और इस डाक्ट्रायन में एक महान समुद्री शक्ति के तौर पर रूस के उद्देश्यों को शामिल किया गया है।

नए तय पाने वाले डाक्ट्रायन में कहा गया है कि रूस का अहम ख़तरा दुनिया के समुद्री इलाक़ों पर वर्चस्व स्थापित करने और रूस की सीमा के क़रीब नैटो की सेनाओं की गतिविधियों पर आधारित अमरीकी स्ट्रैटेजिक पालीसी से है।

पूतिन ने अपने भाषण में यूक्रेन युद्ध पर कोई बात नहीं की लेकिन सैनिक डाक्ट्रायन में काला सागर और अज़ूफ़ में रूस की भूराजनैतिक स्थिति की मज़बूती का विचार पेश किया।