रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतीन ने बुधवार 6 दिसंबर को संयुक्त अरब इमारात और सऊदी अरब की एक दिवसीय यात्रा की।
सबसे पहले वह संयुक्त अरब इमारात की यात्रा पर गये जहां दोनों देशों के नेताओं ने गज्जा जंग सहित द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय विषयों के बारे में विचारों का आदान- प्रदान किया।
संयुक्त अरब इमारात की यात्रा पूरी करके वह सऊदी अरब गये जहां क्राउंन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान से द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों के बारे में विचारों का आदान- प्रदान किया।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतीन ने कोरोना महामारी फैलने के आरंभ से लेकर अब तक पश्चिम एशिया की यात्रा नहीं की थी। आखिरी बार वर्ष 2019 में उन्होंने संयुक्त अरब इमारात और सऊदी अरब की यात्रा की थी परंतु व्लादिमीर पुतीन अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम में हमेशा अरब नेताओं के संपर्क में रहे हैं। इस समय रूसी राष्ट्रपति ने दो महत्वपूर्ण अरब देशों यानी संयुक्त अरब इमारात और सऊदी अरब की जो यात्रा की है उसके कुछ महत्वपूर्ण संदेश हैं।
इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण संदेश यह है कि पश्चिमी व यूरोपीय देश विशेषकर अमेरिका रूस को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग- थलग करना चाहते थे परंतु फार्स खाड़ी के दो महत्वपूर्ण अरब देशों की यात्रा करके व्लादिमीर पुतीन ने बता दिया कि वे और रूस न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग- थलग नहीं हुए हैं बल्कि क्षेत्र में अमेरिका के घटक भी वाशिंग्टन की मांगों व इच्छाओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।